दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की परेशानी बढ़ती जा रही है. आज (6 जून) प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में जैन के घर और दूसरे परिसरों पर छापेमारी की है. इसके पहले सत्येंद्र जैन 5 साल पुराने केस में ईडी द्वारा 30 मई को गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
24 अगस्त 2017 को दर्ज हुए केस में यह आरोप है कि सत्येंद्र जैन ने लोकसेवक रहते हुए हवाला के जरिये 4.81 करोड़ रुपये हासिल किए थे. सोमवार को हुई छापेमारी इसी केस की आगे की जांच के आधार पर की गई है. ईडी के पास जैन की फिलहाल 9 जून तक कस्टडी है.
इसके पहली जैन और उनके परिवार की अप्रैल में ईडी ने करीब 4.81 करोड़ की संपत्तियों को अटैच किया था. ईडी का आरोप है कि जैन के करीबी लोगों का कुछ ऐसी कंपनियों से रिश्ता था जिनकी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच चल रही थी.
लगभग 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां,अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड,जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन से संबंधित हैं.