देश की राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त के पहले और मानसून सत्र के बीच की अवधि को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा अलर्ट जारी किया है. अलर्ट के मुताबिक ‘ड्रोन जेहाद’ कर दिल्ली में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम दिया जा सकता है. दिल्ली को दहलाने की साजिश रची जा रही है.
15 अगस्त से पहले पाकिस्तान वेस्ड आतंकी और अराजक तत्व दिल्ली को दहला सकते हैं. 5 अगस्त के दिन राजधानी दिल्ली में आतंकी हमले का बढ़ा खतरा बताया गया है. सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को आगाह किया है कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटी थी. ऐसे में इस दिन ही आतंकी राजधानी दिल्ली में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में हैं.
अलर्ट के मुताबिक, देश के बड़े पब्लिक फिगर आतंकियों के निशाने पर हैं. अलर्ट में यह भी कहा गया है कि एन्टी सोशल एलीमेंट और आतंकी या स्लीपर सेल कोविड को बहाना बना कर देश के माहौल को भी खराब करने की फिराक में हैं.
बता दें कि इस अलर्ट के बाद दिल्ली पुलिस की तमाम यूनिट्स को सतर्क किया गया है. खासकर 15 अगस्त के मद्देनजर लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सेंट्रल एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की कई अहम मीटिंग्स भी हुई है.
बता दें कि ड्रोन हमले के खतरे से निपटने के लिए पहली बार विशेष ट्रेनिंग भी दिल्ली पुलिस और दूसरी फोर्स को दी गई है. इसमें सॉफ्ट kill व हार्ड kill ट्रेनिंग शामिल है. इस ट्रेनिंग में बताया गया है कि अगर कोई संदिग्ध ड्रोन दिल्ली या उसकी सीमा पर नजर आएगा तो उसे जाम करना है या फिर उसे उड़ा देना है.
ड्रोन जिहाद के खतरे के मद्देनजर नजर इंडियन एयर फोर्स हेडक्वार्टर में एक विशेष ड्रोन कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. जहां पुलिस फोर्स या कोई दूसरी एजेंसी सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भी अगर लाइसेंसी ड्रोन उड़ाएगी तो उसे भी इंडियन एयर फोर्स हेडक्वार्टर के इस कंट्रोल रूम से अनुमति लेना आवश्यक होगा.
इस बार 4 एन्टी ड्रोन सिस्टम भी लाल किले पर लगाए जा रहे हैं, जो पिछले साल 2 थे. लाल किले की सुरक्षा और देश के गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 330 विशेष और अत्याधुनिक हाई रिजोलुशन कैमरे भी लाल किला के अंदर बाहर लगाए जा रहे हैं.