वन्य जीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी है. उत्तराखंड की धामी सरकार ने लंबे इंतजार के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को आज पर्यटकों के लिए खोल दिया है. पहले चरण में रिजर्व के मोतीचूर और चीला रेंज के गेट ही खोले गए हैं. अगले चरण में 15 नवंबर से मोहंड, रानीपुर और आशारोड़ी गेट पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे.
हर साल पार्क की सभी रेंजों को नवंबर माह में खोला जाता है लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो सालो से पार्क को बंद रखा गया था. पार्क में सफारी पर निर्भर लोगो की मांग पर पार्क प्रशासन ने डेढ़ महीने पहले पार्क को सैलानियों के लिए खोला दिया है. राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक डीके सिंह ने बताया कि एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार ही पार्क को पर्यटको के लिए खोला गया है.
पार्क खुलने के बाद जंगल सफारी पर निर्भर लोगो के रोजगार फिर से खुल जाएंगे. एक अक्टूबर से शुरू हुए वन्य जीव सप्ताह को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी पार्कों में 18 साल तक के युवाओं के लिए निशुल्क प्रवेश देने की घोषणा की है. जिम कॉर्बेट नेशनल, मालसी डियर पार्क समेत सभी पार्कों में लागू होगा . वहीं वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान प्रदेश भर के स्कूल-कालेजों में गठित 13 हजार ईको क्लब से जुड़े विद्यार्थियों को वन और वन्यजीव संरक्षण की मुहिम से जोड़ने का निश्चय किया है.
राजाजी नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य के देहरादून और हरिद्वार में स्थित हैं. यह आकर्षित पार्क वनस्पतियों और जीवों की प्रचुरता से समृद्ध है जो प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए छुटियां बिताने का स्थान हैं. बाघों और हाथियों के लिए प्रसिद्ध राजाजी नेशनल पार्क को हाल ही में भारत सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया हैं.
सी राजगोपालाचारी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के तीन जिलों देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में फैला हुआ है. यह वन क्षेत्र में साल, सागौन और अन्य झाड़ियों के लिए लोकप्रिय है. राजाजी नेशनल पार्क में जीप सफारी या हाथी सफारी का लुत्फ पर्यटक बहुत अधिक उठाते हैं. लगभग 34 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ यह आकर्षित पार्क अपनी ओर पर्यटकों का ध्यान केंद्रित करता हैं. इसके जंगल में ट्रेकिंग करने के लिए भी पर्यटक आते हैं.