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‘द कश्मीर फाइल्स’ से कानून-व्यवस्था बिगड़ने का डर! कोटा में 1 महीने तक धारा 144 लागू

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कश्मीरी पंडितों के घाटी से पलायन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज होने के बाद से चर्चा में है और इसने सियासी रंग भी ले लिया है. कई राज्यों ने इस फिल्म को टैक्स फ्री घोषित कर दिया है तो कुछ राज्यों में इस फिल्म को लेकर निषेधाज्ञा लागू की जा रही है.

राजस्थान के कोटा में अधिकारियों ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर जिले में धारा 144 लागू कर दी है. जिले में यह निषेधाज्ञा 22 मार्च से 21 अप्रैल तक लागू रहेगी. अधिकारियों का कहना है कि यह कदम कई त्योहारों से पहले सावधानी बरते हुए उठाया गया है.

जिला कलेक्टर एवं जिलाधिकारी (कार्यवाहक) राजुकमार सिंह की ओर से जारी आदेश के तहत भीड़ के जमा होने, विरोध-प्रदर्शन करने, जुलूस और मार्च निकालने पर रोक लगा दी गई है. इस अवधि में चेती चंद, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, बैसाखी, जुमा-तुल-विदा के त्योहार पड़ेंगे. आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि यह आदेश सरकारी कार्यों, कोविड टीकाकरण और पुलिस कार्यक्रमों पर लागू नहीं होगा.

राजस्थान सरकार के इस फैसले का भाजपा ने विरोध किया है. कोटा नार्थ के पूर्व भाजपा विदायक प्रह्लाद गुंजाल ने कहा कि ‘कोटा नार्थ विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को चंडी मार्च निकाला जाना है. इससे सरकार घबरा गई है और जिले में धारा 144 लागू की है. ‘द कश्मीर फाइल्स’ तो एक बहाना है.

‘उन्होंने कहा कि महिला मोर्चा के प्रदर्शन के एक दिन पहले भी इसी तरह की रोक लगाई गई. उन्होंने कहा, ‘महिलाओं एवं लड़कियों का रेप हो रहा है और मंत्री राजस्थान को ‘पुरुषों का प्रदेश’ बता रहे हैं. उनके इस बयान ने महिलाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया है. महिला मोर्चा की सदस्य मंगलवार को रैली निकालेंगी.’

गुंजाल ने कहा कि राज्य सरकार इतना डर गई है कि उसने धारा 144 लगाया है. पूर्व विधायक ने कहा, ‘कल होने वाले चंडी मार्च को दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती. यह पुलिस की लाठीचार्ज अथवा गिरफ्तारी से भी नहीं रुकने वाला है.’ बता दें कि विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ गत 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई.

इस फिल्म को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग थियेटरों में पहुंच रहे हैं. यह फिल्म 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए जुल्म, अत्याचार और उनकी पीड़ा को बयां करती है.




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