क्रिकेट

Ind Vs WI: टीम इंडिया को लगा तगड़ा झटका, शिखर धवन समेत 7 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव- मयंक अग्रवाल को मिला मौका

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टीम इंडिया बुधवार को कोविड-19 की चपेट में आ गई. सीनियर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, रिजर्व सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर सहित सहयोगी स्टाफ के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.

टीम इंडिया वेस्टइंडीज के खिलाफ सीमित ओवरों की आगामी सीरीज के लिए 31 जनवरी को अहमदाबाद में जुटी थी. टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के बाद तीन दिन के पृथकवास से गुजर रही थी. वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज की शुरुआत से पहले इस घटना के बाद मयंक अग्रवाल को टीम से जोड़ा गया है.

सीरीज की शुरुआत छह फरवरी को अहमदाबाद में होगी जो टीम इंडिया का 1000वां वनडे इंटरनेशनल मुकाबला होगा लेकिन ये तीनों खिलाड़ी अब सीरीज में नहीं खेल पाएंगे. धवन, अय्यर और गायकवाड़ को एक हफ्ते के पृथकवास से गुजरना होगा.

इसके बाद दो नेगेटिव आरटी-पीसीआर नतीजों के बाद ही वे टीम से जुड़ सकते हैं. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों में बीमारी के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि पृथकवास खत्म होने तक वे ठीक हो जाएंगे. आपको शिखर के लिए मायूसी होगी क्योंकि वह शायद सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाए और वह टी20 टीम का हिस्सा नहीं है.’’

इससे भी अधिक निराशा युवा रुतुराज गायकवाड़ को लेकर है जो पिछले डेढ़ साल में दूसरी बार कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर आपको याद हो तो यूएई में 2021 आईपीएल के दौरान भी रुतुराज पॉजिटिव पाया गया था और उसे बेहद मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा था. तब उसे 14 दिन तक पृथकवास से गुजरना पड़ा था और यूएई में सत्र के पहले हिस्से में नहीं खेल पाया था. वह दूसरी बार पॉजिटिव पाया गया है.’’

कप्तान रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी और कोच राहुल द्रविड़ सभी बुधवार को नेगेटिव पाए गए. बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘‘बुधवार तक के उन सभी के नतीजे नेगेटिव हैं.’’ जिन लोगों के नेगेटिव नतीजे आए हैं उनका अनिवार्य पृथकवास गुरुवार को पूरा होगा. गुरुवार को दोबारा नेगेटिव पाए जाने पर वे जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में प्रवेश करेंगे.

अधिकारी ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की मेडिकल टीम के परीक्षण प्रोटोकॉल के अनुसार प्रत्येक दिन आरटी-पीसीआर परीक्षण होगा क्योंकि रेपिड एंटीजेन परीक्षण अधिकतर निर्णायक नहीं होते. खिलाड़ी में लक्षण दिखने की स्थिति में स्वयं परीक्षण करने के लिए टीम को रेपिड एंटीजेन किट सौंपी गई हैं.’’

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