उत्तराखंड में रिकॉर्ड रचते हुए भाजपा दोबारा सरकार बनाने जा रही है, जिसे लेकर सियासी हलचलें तेज़ हो रही हैं. सोमवार देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की सियासत और आगे की रणनीतियों को लेकर एक अहम बैठक की.
वहीं, आज मंगलवार को उत्तराखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक को दिल्ली बुलाया गया है. इससे पहले, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बहुमत से जीत हासिल करने वाली भाजपा ने दोनों राज्यों में नयी सरकार गठन को लेकर पर्यवेक्षक निुयक्त किए. अमित शाह यूपी का ज़िम्मा संभाल रहे हैं, तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड सरकार बनाने में भूमिका निभाएंगे.
आलाकमान के निर्देश के मुताबिक पुष्कर धामी 15 मार्च की सुबह 9 बजे उत्तराखंड से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे. सुबह 10:30 बजे दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन पहुंचेंगे और इसके बाद पार्टी के पदाधिकारियों से उत्तराखंड की सियासत व नयी सरकार के गठन को लेकर मुलाकात करेंगे.
बताया जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष के अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी के साथ धामी की मुलाकात आज हो सकती है.
माना जा रहा है कि उत्तराखंड में सरकार गठन का काम होली के बाद होगा. वैसे भाजपा ने पांच साल बाद सरकार बदलने के मिथक तोड़ते हुए फिर से सत्ता में वापसी की है. भाजपा को इस बार 47 सीटों पर जीत मिली है.
वहीं, कांग्रेस 19 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही है. इसके अलावा बसपा को दो और दो सीट पर निर्दलीय जीते हैं. हालांकि भाजपा की जीत के बाद भी सीएम पुष्कर सिंह धामी का खटीमा से चुनाव हार जाना पार्टी के टेंशन बन गया है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व किसी विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में है, जिसमें से पहला नाम कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और दूसरा नाम में धन सिंह रावत का है. दोनों ही नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर राजनीतिक गलियारों में तैर रहे हैं, लेकिन सबकी निगाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की पसंद पर टिकी हुई है, क्योंकि अंतिम फैसला उन्हें ही करना है.