राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा साफ होने का नाम नहीं ले रही. पिछले कई दिनों से दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है, जो सोमवार को चरम पर पहुंच गई. इस दौरान राजधानी के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 1000 से ऊपर दर्ज किया गया. दिल्ली ही नहीं उसके आसपास के इलाकों में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है. जिसके चलते लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने दिल्ली में ग्रेप-4 की पाबंदियां लागू कर दी हैं.
इसके बाद राजधानी में ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, साथ ही सार्वजनिक प्रोजेक्ट्स पर निर्माण कार्य स्थगित करने समेत कई प्रदूषण नियंत्रण उपाय किए गए हैं. बावजूद इसके आज (मंगलवार) की सुबह दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 के ऊपर दर्ज किया गया.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार सुबह दिल्ली के पंजाबी बाग, रोहिणी, पूसा, सोनिया विहार, शादीपुर, वजीरपुर, विवेक विहार, आनंद विहार, अलीपुर, जहांगीरपुरी, बवाना, नरेला, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, प्रतापगंज और नेहरू नगर समेत कई इलाकों में एक्यूआई 500 के ऊपर दर्ज किया गया
दिल्ली-एनसीआर में गंभीर वायु प्रदूषण और खतरनाक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को देखते हुए विश्वविद्यालय के छात्रों के स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए, दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन मोड में कक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. जेएनयू इस दौरान 22 नवंबर तक ऑनलाइन माध्यम से क्लासेज चलाएगा.