दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं और साथ ही मृत्यु दर का आंकड़ा भी कम होता हुआ दिख रहा है. ये राजधानी में रहने वालों के लिए एक सुखद खबर है कि दिल्ली में संक्रमण की दर घटकर डेढ़ फीसदी के करीब आ गई है.
इससे पहले 24 मार्च को यह आंकड़ा सामने आया था. गुरुवार की बात करें तो दिल्ली में 1072 नए मामले सामने आए जो 30 मार्च के बाद एक दिन में सबसे कम केस थे.
कोरोना के नए मामलों में जिस तरह से कमी देखी जा रही है उससे साफ है कि अगर सब कुछ इसी तरह चलता रहा तो 1 जून से कुछ शर्तों के साथ सरकार अनलॉक की तरफ बढ़ लगती है.
इसी को लेकर आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक बैठक होने जा रही है जिसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे. इससे पहले केजरीवाल ने संकेत दिया था कि 1 जून से कुछ राहत दी जा सकती है.
दरअसल राजधानी दिल्ली में 20 अप्रैल से ही लॉकडाउन लागू है ऐसे में व्यापारिक संगठनों ने भी 1 जून से कुछ शर्तों के साथ बाजारों को खोलने का समर्थन किया है.
कंन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र और राज्य सरकारों को पत्र लिखकर वित्तीय पैकेज की मांग करते हुए जीएसटीआर रिटर्न की तारीख को 31 अगस्त तक बढ़ाने की मांग की है. कनॉट पैलेस, कश्मीरी गेट, चांदनी चौक सहित विभिन्न उद्योग व्यापार मंडलों ने सरकार को अपना-अपना मसौदा भेजा है ताकि बाजारों को फिर से खोला जा सके.
खबर के मुताबिक जो प्रस्ताव व्यापारिक संगठनों द्वारा सरकार को भेजे गए हैं उनमें मेट्रो सेवा की बहाली, ऑड-इवन के आधार पर बाजारों को खोलने, सप्ताह के अंत में पूर्ण बंदी, नियमित बाजारों का सैनिटाइजेशन और रात्रि कर्फ्यू जैसे प्रस्ताव दिए गए हैं. इससे पहले बुधवार को मीडिया से बात करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा था कि लॉकडाउन अनिश्चितकाल तक लागू नहीं रखा जा सकता.