आज एक अप्रैल को दिल्ली से मेरठ एक्सप्रेस वे आम लोगों के लिए खोल दिया गया. इस एक्सप्रेस-वे को चालू किए जाने के लिए दिल्ली मेरठ के साथ उत्तराखंड की जनता को भी पिछले काफी समय से इंतजार था. इसके शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली.
अब मेरठ से दिल्ली आने जाने वाले लोगों को समय के साथ जाम से भी छुटकारा मिल गया है. एक्सप्रेस वे शुरू होने के साथ ही दिल्ली से मेरठ की दूरी 45 मिनट में तय होगी और गाजियाबाद से मेरठ जाने में केवल 30 मिनट का समय लगेगा.
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड जाने वाले लोगों को दिल्ली मेरठ हाईवे के लंबे जाम से स्थायी रूप से छुटकारा मिल जाएगा. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पश्चिमी यूपी की लाइफ लाइन बनेगी. मंत्रालय में बैठकों के दौर के बावजूद एक्सप्रेस-वे पर टोल दरों का मामला अभी फंसा हुआ है. टोल की दरों को दो-तीन दिनों में निर्धारित किया जा सकता है.
इस एक्सप्रेस वे पर कार की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा और कामर्शियल वाहनों की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार रखी गई है. इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली-मेरठ हाइवे पर ट्रैफिक लोड काफी कम हो जाएगा. क्योंकि अभी उत्तराखंड जाने वाला ट्रैफिक इसी रास्ते को लेता है.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के शुरू होने से उत्तराखंड और मेरठ की तरफ जाने वाला ट्रैफिक यहीं से निकलेगा. मेरठ हाईवे जाम नहीं होगा तो प्रदूषण कम होगा. हाईस्पीड ट्रेन की वजह से अभी यहां पर बहुत अधिक जाम रहता है.