सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पर तोड़फोड़ मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को 2 हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. इसके साथ यह भी निर्देश दिया है कि सीसीटीवी में जो फुटेज कैद हैं उनके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ न की जाए.
यह तब हुआ जब भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सदस्यों ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर उनकी कथित टिप्पणी के खिलाफ आईपी कॉलेज के पास लिंक रोड पर केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में अपने भाषण में भाजपा नेताओं पर फिल्म का प्रचार करने का आरोप लगाया था और फिल्म के निर्माताओं से फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड करने को कहा था.
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा था कि अगर दुनिया की सबसे बड़ी और सत्ताधारी पार्टी दिल्ली में ऐसी गुंडागर्दी करेगी तो देश के युवाओं को क्या संदेश देगी? देश इस तरह आगे नहीं बढ़ सकता.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सहमति और असहमति के कई मुद्दे होते हैं. लेकिन जिस तरह से बुधवार को हुआ वो हैरान करने वाला था. क्या कोई दल हार की खिसियाहट में इस तरह के कदम उठा सकता है. उनका मानना है कि किसी भी विषय पर हम बात के जरिए एक दूसरे का समर्थन या ऐतराज जता सकते हैं. लोकतंत्र में हिंसा के लिए किसी तरह की जगह नहीं होनी चाहिए.
बीजेपी के नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान से कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है, हालांकि दिल्ली के सीएम का कहना था कि उनका बयान भाजपा के लिए था न कि कश्मीरी पंडितों के लिए.
दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पर मीडिया को संबोधित करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा था कि ‘कश्मीरी पंडितों के नरसंहार का दिल्ली के सीएम ने दिल्ली विधानसभा में जिस तरह से मजाक उड़ाया, हमने उसके खिलाफ प्रदर्शन किया. बीजेपी के इस तरह के बयानों के बाद आम आदमी पार्टी के दूसरे नेता बीजेपी पर हमलावर हुए और कहा कि पंजाब में बीजेपी अपनी हार से बौखला गई है आप सबने अरविंद केजरीवाल जी के घर हमले के जिस दृश्य को देखा वो हताशा और निराशा का नतीजा है.