दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने इस बात का दावा किया कि राजधानी दिल्ली में हाल फिलहाल वायु प्रदूषण कंट्रोल में है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं रोज दिल्ली में वायु प्रदूषण के आंकड़े दिखाता हूं.
मैं दिखाना चाह रहा हूं कि सर्दियों के कुछ महीनों को छोड़कर बाकी समय में दिल्ली में प्रदूषण लगभग कंट्रोल में रहता है. जबकि 15 सितंबर के आसपास से मैंने ट्वीट करना शुरू किए थे और अभी दिल्ली में प्रदूषण कंट्रोल में है.
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार को हमने कई बार कहा, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया तो अब आसपास के राज्यों के किसानों को अब पराली जलानी पड़ेगी. इस वजह से कुछ दिनों में हम दिल्ली में प्रदूषण होते देखेंगे. इसके साथ उन्होंने कहा कि पराली को लेकर पड़ोस की सरकारों ने भी कुछ नहीं किया है.
दिल्ली सरकार के मुताबिक, पूसा इंस्टीट्यूट की मदद से बायो डी-कम्पोजर बनाया गया है. इसका पड़ोसी राज्यों को भी इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा सरकार ने एंटी डस्ट पॉल्यूशन के लिए 75 टीमें बनाई हैं. वहीं, पटाखों पर बैन लगा दिया गया है.
यही नहीं, दिल्ली में देश का पहला स्मॉग टावर तैयार हुआ है. जबकि दिल्ली में हॉट स्पॉट्स पर निगरानी रखी जा रही है. यही नहीं, दिल्ली में देश का पहला इको वेस्ट पार्क बनाया जा रहा है, तो वाहनों से होने वाले प्रदूषण के लिए 64 सड़कें चिन्हित की गई हैं.
प्रदूषण की जांच के लिए 500 टीमों का गठन किया गया है और पुरानी गाड़ियों के स्क्रैप का अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, सीएम कहा कि दिल्ली के आसपास के राज्यों में गाड़ियों को सीएनजी और पीएनजी में कन्वर्ट के साथ थर्मल प्लांट्स को बंद किया जाए और ईंट भट्ठों की तकनीक बदली जाए.
इसके साथ उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में 24 घंटे बिजली की सप्लाई के साथ प्रदूषण के हॉट स्पॉट्स चिन्हित किया जाए. वहीं, सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में प्रदूषण को काबू करने के लिए 10 अहम कदम उठाए हैं.
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण कंट्रोल को लेकर उठाए ये 10 कदम
1.हमने 24 घंटे बिजली कर दी. इस वजह से दिल्ली में जेनरेटर बंद हो गए.
2.दिल्ली सरकार ने डस्ट पॉल्यूशन पर काबू की कोशिश की है.
3.पेरिफेरल एक्सप्रेसवे बना, दिल्ली में आने वाले ट्रक प्रदूषण करते थे. केंद्र ने जो ये एक्सप्रेसवे बनाया उससे काफी सहायता मिली है.
4.दिल्ली में दो थर्मल प्लांट थे. हमने दोनों बंद कर दिए हैं.
5.उद्योग जो पहले फ्यूल इस्तेमाल करते थे, उससे प्रदूषण होता था. अब सभी इंडस्ट्री पाइप्ड नेचुरल गैस इस्तेमाल करती हैं.
6.हम ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी लेकर आए हैं. किसी भी निर्माण कार्य के दौरान पेड़ काटे नहीं जाते हैं.
7.ग्रीन दिल्ली ऐप बनाया गया है. अब तक 23 हजार शिकायतें आई हैं और उनमें से 97 फीसदी का निपटारा हो गया है.
8.दिल्ली सरकार ने ग्रीन वॉर रूम बनाया है, जिसमें 50 नए पर्यावरण इंजीनियर्स की भर्ती हुई है.
9.दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड एक्शन प्लान बनाया है.
10.दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी बनायी है, इससे प्रदूषण को काबू करने में मदद मिलेगी.