दशहरे के मौके पर रक्षामंत्री भारतीय सेना के जवानों के बीच हैं और उनका मनोबल बढ़ा रहे हैं, सेना के जवान इससे खासे खुश हैं.
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस बार दशहरा भारतीय सेना के साथ सिक्किम में मना रहे हैं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दार्जिलिंग के सुकना सुकमा वॉर मेमोरियल पर पहुंचे और वहां ‘शस्त्र पूजा’ की.
इस दौरान थलसेना अध्यक्ष एमएम नरवणे भी मौजूद थे. रक्षामंत्री ने सुकना युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और वीर जवानों को याद किया.
रक्षामंत्री ने कहा कि इस समय भारत और चीन पर तनाव चल रहा है, भारत चाहता है कि तनाव समाप्त हो, शांति स्थापित हो, हमारा उद्देश्य यही है, लेकिन कभी कभी कुछ ऐसी नापाक हरकतें होती रहती है, लेकिन मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं और मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे सेना के जवान किसी भी सूरत में भारत की एक इंच जमीन किसी दूसरे के हाथों में नहीं जाने देंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना के जोश को बनाए रखने और जवानों का मनोबल बढाने के लिए इस दशहरे पर ऐसा कर रहे हैं ताकि सेना को इससे बल मिले साथ ही चीन के लिए भी ये एक मैसेज होगा.
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सुकना कॉर्प पहुंचे.
दो दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल और सिक्किम पहुंचे राजनाथ ने इससे पहले दार्जिलिंग के सुकना स्थित 33 वीं कॉर्प्स मुख्यालय पर भारतीय सेना के जवानों से मुलाकात की और तैयारियों की समीक्षा की, उन्होंने भारतीय जवानों को संबोधित भी किया.
दार्जिलिंग में 33वीं कॉर्प्स के जवानों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने हमेशा अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहा. उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से हमेशा इसको लेकर प्रयास किए गए लेकिन भारतीय जवानों ने सीमाओं, अखंडता और सार्वभौमिकता की रक्षा की खातिर समय-समय पर कुर्बानी दी.
रक्षा मंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया था, ‘पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दो दिवसीय दौरे पर दार्जिलिंग जा रहा हूं. मैं अग्रिम इलाकों का दौरा करूंगा और सैनिकों के साथ मुखातिब होउंगा. इस यात्रा के दौरान सिक्किम में एक बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से बनाई गई सड़क का भी उद्घाटन करूंगा.’
इसके साथ ही अपनी यात्रा के दौरान सीमा सड़क संगठन की ओर से निर्मित बुनियादी ढांचा परियोजना का उद्घाटन करेंगे. सिंह सुरक्षा बलों की तेज आवाजाही के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दे रहे हैं.