देवभूमि की धरती वीर जवानों से भरी हुई है. यहां की माटी से निकले जांबाज सैनिकों ने देश की रक्षा करने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहते है. आज इस राज्य के सैनिकों और शहीद हुए परिवारीजनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है.
बुधवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक और सैन्य धाम की नीव रखी जाएगी. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दोपहर इस सैनिक धाम की नींव रखेंगे. वहीं रक्षा मंत्री देहरादून में शहीद सम्मान यात्रा का समापन करेंगे. इस मौके पर रक्षा मंत्री शहीद के परिजनों को सम्मानित भी करेंगे.
देहरादून के गुनियाल गांव में निर्माणाधीन सैन्यधाम के लिए शहीदों के घरों की मिट्टी जुटाने के लिए उक्त यात्रा बीते एक माह से प्रदेश के सभी जिलों से होकर गुजरी है. राज्य सरकार ने इसे उत्तराखंड का पांचवां धाम नाम दिया है. सैन्य धाम अगले दो साल में बनकर तैयार होगा.
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि करीब पचास बीघा जमीन पर बनने वाले सैन्य धाम के मुख्य गेट का नाम पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा. इसमें प्रथम विश्वयुद्ध के बाद शहीद हुए उत्तराखंड के सभी वीर सैनिकों के नाम अंकित होंगे. सैन्यधाम के रूप में उत्तराखंड का पांचवां धाम विकसित किया जाएगा.
जिसमें प्रदेश के शहीदों की यादों को संजोकर रखा जाएगा. सैन्यधाम के लिए 1734 शहीदों के आंगन की मिट्टी को लाया गया है. जिसे अमर जवान ज्योति की बुनियाद में लगाया जाएगा. लगभग 50 बीघा भूमि पर सैन्यधाम को 63 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा.सैन्यधाम में शहीद जसवंत सिंह और हरभजन सिंह के मंदिर बनाए जाएंगे.