कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि मशहूर शायर मुनव्वर राणा की बेटी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकती हैं. आखिरकार मंगलवार को उन्होंने अटकलों पर विराम लगाते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पार्टी की सदस्यता ले ली.
सुमैया राणा को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नया कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट है.
सपा सरकार एक्सप्रेस-वे के किनारे जो मंडिया बना रही थी उसका काम इस सरकार ने बंद करवा दिया है.
उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि किसानों को दोगुनी आय के बराबर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए. पार्टी कार्यालय में सुमैया राणा के साथ बसपा के गोंडा से सांसद प्रत्याशी मसूद आलम ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
सुमैया राणा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर मोर्चा खोलने के बाद सुर्खियों में आई थीं.
जब से नागरिकता कानून लाया गया तब से ही वह केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करती रही हैं. उनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी कर चुकी है. इसी साल नवंबर महीने में उन्हें घर में नजरबंद भी किया गया था.
अब जबकि यूपी में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं. सुमैया राणा ने समाजावादी पार्टी के साथ जाकर राजनीतिक पारी शुरू करने का फैसला किया है.
इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक बदलाव होगा. यह सरकार जब तक नहीं जाएगी तब तक लोकतंत्र नहीं बच सकता है.