झारखण्ड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने करीब 50 साल से सक्रिय एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस अलियास उर्फ किशन दा को आखिरकार पकड़ लिया गया है.
इसके साथ ही किशन दा की पत्नी शीला मरांडी को भी पकड़ लिया गया है. किशन दा पर एक करोड़ का इनाम घोषित किया गया था. किशन दा देश का शीर्ष नक्सली नेता है.
एक दिन पहले ही ये खबर थी कि किशन दा और उसकी पत्नी को पकड़ा गया है कि पुष्टि होना बाकी थी, क्योंकि पुलिस खुद भी दोनों की पहचान को लेकर पूरी तरह संतुष्ट होना चाह रही थी. पुलिस ने अब दोनों के पकड़े जाने की पुष्टि कर दी है.
कोलकाता के जादवपुर का रहने वाला शीर्ष माओवादी नेता किशन दा की उम्र 80 साल से अधिक बताई जाती है. किशन दा लम्बे समय से बीमार है. किशन दा के खिलाफ झारखंड में 70 से अधिक मुक़दमे दर्ज हैं.
किशन दा माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव है. किशन दा बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम सहित अन्य राज्यों में भी काफी समय से सक्रिय था. किशन दा के खिलाफ बंगाल और अन्य राज्यों में भी मुक़दमे दर्ज हैं. झारखंड पुलिस ने ही किशन दा पर एक करोड़ का इनाम रखा था.
करीब 50 साल से नक्सली नेता के तौर पर सक्रिय किशन दा पर सांसद की हत्या का भी आरोप है. और भी कई बड़े नरसंहार में प्रशांत बोस की पुलिस को तलाश थी.