बीजिंग|….. कोरोना वायरस को लेकर दुनियाभर में पिछले कई महीनों से चीन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. यह कहा जा रहा है कि चीन ही कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए जिम्मेदार है.
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के इस रवैये को लेकर हमेशा आपत्ति जताई है और वे यह कहते रहे हैं कि चीन ने वायरस की जानकारी दुनिया को नहीं दी, जिसके चलते कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया.
अब यह बात चीन की महिला वीरोलॉजिस्ट डॉ. ली-मेंग यान ही कह रही हैं. वीरोलॉजिस्ट ने फॉक्स न्यूज से कहा कि कोरोना वायरस मानव निर्मित है. मेरे पास इसके सबूत हैं और मैं ये साबित कर दूंगी.
चीनी सरकार की धमकी के बाद ली ने अपने पास पासपोर्ट और पर्स रखा और अपने प्रिय परिजनों को छोड़कर 28 अप्रैल को कैथी पैसिफिक से अमेरिका के लिए रवाना हो गईं.
वे तबसे अमेरिका में ही रह रही हैं. ली इम्यूनोलॉजी की विशेषज्ञ भी हैं. ली-मेंग यान को चीन की सरकार ने धमकाया इसलिए वे अब अमेरिका में आकर रह रही हैं.
वीरोलॉजिस्ट ने कहा है कि वह जल्द ही कोरोना वायरस के मानव निर्मित होने का सबूत पेश करेंगी. उन्होंने कहा कि उनके पास कोरोना वायरस को मानव निर्मित होने के ठोस सबूत हैं.
चीन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ली-मेंग यान ने कहा कि कोरोनावायरस को लेकर चीन दुनिया से जानकारियां छुपा रहा है.
लि-मेंग ने कहा कि कोरोना वुहान के मीट मार्केट से नहीं आया है क्योंकि यह मीट मार्केट एक स्मोक स्क्रीन है, जबकि यह वायरस प्रकृति की देन नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस वायरस का जीनोम अनुक्रम एक मानव फिंगर प्रिंट की तरह है और इसके आधार पर ही वे साबित कर देंगी कि यह एक मानव निर्मित वायरस है.