हरिद्वार| कोरोना महामारी के बीच कुंभ का आगाज हो चुका है. पहला शाही स्नान 11 मार्च को होना है उससे पहले कुंभ मेला प्रशासन ने कुछ खास ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए है. इसके लिए कुछ खास गाइलाइंस का भी ऐलान किया गया है.दरअसल कोरोना महामारी की वजह से मेला प्रशासन की कोशिश है कि सुरक्षा और सतर्कता के साथ सभी शाही स्नान संपन्न कराया जा सके.
नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट जरूरी
हरिद्वार कुंभ प्रशासन का कहना है कि कुंभ में शामिल होने वाले शख्स की आरटीपीसीआर की निगेटिव होना चाहिए. इसका अर्थ यह है कि आप को कोरोना मुक्त बताना होगा. सभी आश्रम, धर्मशाला, होटल या अतिथि गृह मे ठहरने वाले प्रत्येक शख्स को हरिद्वार आने की तारीख से 72 घंटे पहले तक की नेगेटिव Covid RT-PCR लेकर आना होगा.
कुंभ 2021 से जुड़ी खास बातें-:
कुंभ मेला हरिद्वार में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति अथवा यात्री को महाकुंभ मेला, 2021 के वेब पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा, केवल पंजीकृत लोगों को ही प्रवेश मिलेगा.
आश्रम या धर्मशाला में केवल उसी व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा जिसके पास एंट्री पास होगा और हथेली के ऊपरी भाग पर अमिट स्याही का चेक्ड मार्क होगा.
किसी भी श्रद्धालु या जत्थे को स्नान के लिए अधिकतम 20 मिनट मिलेगा. इसके बाद श्रद्धालुओं की निकासी के लिए पर्याप्त मानव संसाधन की तैनाती की जाएगी ताकि अगला जत्था पवित्र स्नान कर सके.
रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालु रेलवे टिकट के साथ कुंभ मेला का पंजीकरण पत्र और कोविड की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाएंगे तभी स्टेशन से निकलने की अनुमति होगी.
कुंभ मेले के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी जगह पर संगठित रूप से भजन गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
कुंभ मेले के दौरान अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए अहम स्नान या शाही स्नान के दिन केवल आवश्यक वस्तुओं भोजन, डेयरी, दवा, पूजन सामग्री और कंबल आदि की दुकानें ही खुलेगी.
बस स्टैंड या डिपो पर कुंभ मेला प्रवेश के लिए पंजीकरण पत्र और कोविड-19 की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाने के बाद ही यात्रियों या श्रद्धालुओं को बस में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. इसके अतिरिक्त थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क का हर समय अनिवार्य उपयोग, देह से दूरी के नियम का पालन करना होगा.