देश की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल भी कोरोना की चपेट में आ गई है और बताया जा रहा है कि यहां पर तमाम कैदियों के साथ ही उनकी देखभाल करने वाला जेल का स्टॉफ भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है, कैदियों में कोरोना तेजी से फैल रहा है, कोरोना से संक्रमित होने वाले कैदियों और स्टाफ की संख्या में खासी तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अब तक तकरीबन 190 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिनमें से 121 कैदी ठीक हो चुके हैं संक्रमण तिहाड़ जेल स्टाफ में भी फैल गया है.
तिहाड़ जेल के स्टॉफ जो कैदियों की निगरानी और अन्य कार्यों में लगे हैं उनकी बात करें तो अब तक करीब कई जेल स्टॉफ कोरोना संक्रमित हुए हैं, वहीं उनमें से तमाम केस ठीक भी हो गए हैं. बताते हैं कि तिहाड़ के एक डॉक्टर को भी कोरोना हो गया है उनके संपर्क में आने वाले तमाम कैदियों को क्वारंटीन किया गया है.
कोरोना वायरस का पहला मामला रोहिणी जेल में पिछले साल 13 मई को सामने आया था. मंडोली जेल के दो कोविड-19 संक्रमित कैदियों की मृत्यु 15 जून और 4 जुलाई को हुई थी. दोनों वरिष्ठ नागरिक थे.
अधिकारियों ने कहा था कि मार्च में महामारी के प्रकोप के बाद से, कारागार विभाग पूरी तरह से सतर्क रहा है और अपने कर्मचारियों को निर्देश दिया हुआ है कि वे न केवल स्वच्छता और सामाजिक दूरी बनाए रखें बल्कि तीन जेलों में कैदियों के बीच संक्रमण के बारे में जागरूकता फैलाएं.
महामारी के प्रकोप के बीच जेलों में भीड़ कम करने के विभाग के अभियान के तहत पिछले साल कुल 1,184 दोषियों और लगभग 5,500 विचाराधीन कैदियों को रिहा किया गया था.
गौरतलब है कि दिल्ली की तीनों जेलों- तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेल में कुल 18,900 कैदी हैं, वहीं दिल्ली की सभी जेलों में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य प्रमुखता से किया जा रहा है.