फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ पंगा लेना महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को बहुत महंगा पड़ने लगा है. आज से पहले शिवसेना और कंगना रनौत की लड़ाई ‘महाराष्ट्र की अस्मिता’ को लेकर चल रही थी. लेकिन बुधवार को उद्धव ठाकरेे सरकार ने कंंगना रनौत के ऑफिस पर बुलडोजर चलवा कर अपनी ‘सरकार की नींव हिला ली है’. महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले की पूरे देश भर में आलोचना शुरू हो गई है. कंगना के ऑफिस पर बीएमसी की कार्रवाई पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव सरकार की आलोचना की है. दूसरी ओर सोशल मीडिया पर शिवसेना सरकार को निशाना बनाया जा रहा है.
मामला अब केंद्र सरकार तक पहुंच गया है. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई से भारतीय जनता पार्टी के साथ ही शिवसेना की सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं. एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का अवसर दे दिया है.
मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं. शरद पवार ने कहा कि हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है. आपको इन लोगों को प्रचार नहीं देना चाहिए.ऐसे ही महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने भी उद्धव सरकार पर निशाना साधा है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है और बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा है.
मामला बढ़ने पर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत अलग-थलग पड़े
कंगना रनौत के ऑफिस तोड़े जाने के बाद शिवसेना के मुखर सांसद संजय राउत अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं. कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद संजय राउत ने कहा कि ‘इसमें मेरा कोई हाथ नहीं है यह उद्धव ठाकरे सरकार की कार्रवाई है’. राउत ने कहा कि इसका जवाब सिर्फ बीएमसी के कमिश्नर दे सकते हैं. ऐसे में अब बीएमसी ही अदालत में जवाब देगी. ‘उन्होंने कहा कि मेरा अभिनेत्री के साथ विवाद खत्म हो गया है’.
रावत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में कंगना रनौत के खिलाफ प्रस्ताव आया है, गृहमंत्री ने भी बयान दे दिया है ऐसे में जब कानून काम कर रहा है तो मेरा बोलना ठीक नहीं है. दूसरी ओर अभिनेत्री कंगना के मुंबई अपने घर पहुंचते ही उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती दी.उन्होंने कहा कि आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा, जय महाराष्ट्र.
कांग्रेस ने कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलाए जाने पर उद्धव सरकार को घेरा
एक्ट्रेस कंगना के ऑफिस पर बीएमसी के बुलडोजर चलाए जाने के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार की निंदा के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी उद्धव ठाकरे सरकार की आलोचना की है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी बीएमसी के इस एक्शन को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया है. संजय निरुपम ने ट्वीट करके कहा कि कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका, क्योंकि हाईकोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी. उन्होंने इस कार्रवाई पर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा. संजय निरुपम ने कहा कि राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है.कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए.
भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार की इस कार्रवाई को गैर जरूरी बताया
बीएमसी के द्वारा कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद भाजपा नेताओं ने उद्धव ठाकरे सरकार की उल्टी गिनती शुरू कर दी है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर अवैध कंस्ट्रक्शन है तो जरूर कार्रवाई होनी चाहिए. किसी ने आपके खिलाफ बात कही, इसलिए आप कार्रवाई करते हैं तो ये कायरता है, बदले की भावना है.महाराष्ट्र में इस तरह की भावना का कोई सम्मान नहीं हो सकता.
इसी तरह महाराष्ट्र के भाजपा नेता राम कदम और भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भी उद्धव ठाकरे को इस कार्रवाई पर आड़े हाथों लिया है. दूसरी और हरियाणा में भाजपा के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने शिवसेना सरकार की कंगना रनौत के ऑफिस पर की गई कार्रवाई के बाद कहा कि ‘मुंबई शिवसेना और संजय राउत की बाप की नहीं है यह पूरे देशवासियों की है’. दूसरी ओर केंद्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी आरपीआई के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शिवसेना सरकार की तीखी आलोचना की है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार