पीएम मोदी के कोरोना डोज लेने के बाद सियासत शुरू हो गई है. आज कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर फिर वैक्सीन को लेकर कटाक्ष किए. कांग्रेस के वरिष्ठ और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा गया कि अब 60 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवा सकते हैं.
ऐसे में आप कब वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं, इस पर विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि मेरी उम्र 70 वर्ष से ज्यादा हो गई है और मेरी जिंदगी के अब कुछ ही साल बचे हैं.
उन्होंने कहा कि ये कोविड-19 वैक्सीन युवा लोगों को देनी चाहिए, जिन्हें अभी बहुत लंबा जीवन व्यतीत करना है. मेरा क्या है, मैं तो 10-15 साल और जीवित रहूंगा. उसके बाद बंगाल के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पीएम पर कटाक्ष कर कहा कि जिसने वैक्सीन लगाई वह नर्स पुडुचेरी से है जबकि पीछे खड़ी नर्स केरल की थी.
पीएम के गले में असमिया गमछा था. उनकी वेशभूषा बंगालियों जैसी थी. अधीर रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने टीके से चुनावी संदेश दिया, अगर मोदी अपने हाथ में ‘गीतांजलि’ किताब भी ले लेते तो सारी कमी पूरी हो जाती. कांग्रेस के जवाब के बाद भाजपा के मंत्रियों ने भी पलटवार किया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रधानमंत्री को हनुमान बताते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन संजीवनी बूटी है.
चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाकर देश और दुनिया को भरोसा दिलाया और विपक्ष के मुंह पर कड़ा तमाचा मारा. दूसरी ओर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर बोला हमला. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कुछ लोग सवाल कर रहे थे कि पीएम मोदी टीका कब लगवाएंगे, उन लोगों को मोदी जी ने आज जवाब दिया है. केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि मैं आज विपक्ष के लोगों से एक अपील करूंगा, अगर कोरोना की लड़ाई में देश एक हो सकता है तो क्या हम लोग एक नहीं हो सकते.
पीएम मोदी के कोरोना डोज लेने के बाद सियासत शुरू हो गई है. आज कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर फिर वैक्सीन को लेकर कटाक्ष किए. कांग्रेस के वरिष्ठ और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा गया कि अब 60 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवा सकते हैं.
ऐसे में आप कब वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं, इस पर विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि मेरी उम्र 70 वर्ष से ज्यादा हो गई है और मेरी जिंदगी के अब कुछ ही साल बचे हैं. उन्होंने कहा कि ये कोविड-19 वैक्सीन युवा लोगों को देनी चाहिए, जिन्हें अभी बहुत लंबा जीवन व्यतीत करना है. मेरा क्या है, मैं तो 10-15 साल और जीवित रहूंगा.
उसके बाद बंगाल के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पीएम पर कटाक्ष कर कहा कि जिसने वैक्सीन लगाई वह नर्स पुडुचेरी से है जबकि पीछे खड़ी नर्स केरल की थी.
पीएम के गले में असमिया गमछा था. उनकी वेशभूषा बंगालियों जैसी थी. अधीर रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने टीके से चुनावी संदेश दिया, अगर मोदी अपने हाथ में ‘गीतांजलि’ किताब भी ले लेते तो सारी कमी पूरी हो जाती.
कांग्रेस के जवाब के बाद भाजपा के मंत्रियों ने भी पलटवार किया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पीएम को हनुमान बताते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन संजीवनी बूटी है. चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाकर देश और दुनिया को भरोसा दिलाया और विपक्ष के मुंह पर कड़ा तमाचा मारा. दूसरी ओर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर बोला हमला.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कुछ लोग सवाल कर रहे थे कि पीएम मोदी टीका कब लगवाएंगे, उन लोगों को मोदी जी ने आज जवाब दिया है. केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि मैं आज विपक्ष के लोगों से एक अपील करूंगा, अगर कोरोना की लड़ाई में देश एक हो सकता है तो क्या हम लोग एक नहीं हो सकते.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार