वैक्सीन लगवाने के मुद्दे पर भाजपा के जवाब में कांग्रेस ने भी पलटवार किया है. ‘कांग्रेस ने आज कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी कोविड-19 टीके की दोनों खुराकें ले चुकी हैं और सरकार बेवजह के मुद्दे गढ़ने की बजाय भारतीय नागरिकों का टीकाकरण करने के राजधर्म का पालन करना चाहिए’.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने टीके की पहली खुराक ले ली है और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कोविड से पूरी तरह सेहतमंद होने के बाद चिकित्सकों की सलाह पर टीका लगवाएंगे. उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब बीजेपी के कई नेताओं की तरफ से सवाल किया गया कि क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने टीके लगवाए हैं. सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार को रोजाना 80 लाख से एक करोड़ भारतीय नागरिकों को टीका लगवाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
मालूम हो कि कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने बुधवार को एक आरटीआई शेयर कर कहा था कि कोवैक्सिन के निर्माण के लिए गाय-बछड़े मारे जा रहे हैं और मोदी सरकार को देश की जनता को इसके बारे में पहले ही बताना था. इन आरोपों पर भारत बायोटेक ने सफाई भी दी थी. इसके बाद भाजपा आक्रामक हो गई थी. भाजपा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस फिर भ्रम फैला रही है, कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं मिलाया गया है.
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सोशल मीडिया पर कोवैक्सिन के बारे में गलत जानकारी शेयर की जा रही है. पोस्ट में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. नवजात बछड़े के सीरम का उपयोग सिर्फ वेरोसेल्स को तैयार करने में किया जाता है, जो बाद में अपने आप ही नष्ट हो जाते हैं. जब अंतिम समय में वैक्सीन का प्रोडक्शन होता है, तब इसका उपयोग नहीं किया जाता है.
दरअसल भाजपा, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच में असली झगड़े की वजह वैक्सीन की ‘जागीर’ को लेकर है. भाजपा के नेता वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार की ‘बड़ी उपलब्धि’ बताने में लगेेे हुए हैं . वहीं विपक्ष के नेता इसे वैज्ञानिकों को श्रेय दें रहे हैं. इसी बात को लेकर दोनों ओर से टीका टिप्पणी जारी है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार