पटना| बिहार विधानसभा के चुनाव तीन चरणों में संपन्न होंगे और नतीजा 10 नवंबर को आएगा. मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दल तमाम वादे कर रहे हैं ताकि वोटों की बरसात हो सके.
कांग्रेस पार्टी महागठबंधन की हिस्सा है लेकिन उसने अपना अलग से घोषणापत्र जारी किया है जिसमें तरह तरह के वादे किए गए हैं. पार्टी ने अपने मैनिफेस्टो को बिहार बदलाव पत्र का नाम दिया है.
कांग्रेस ने वादा किया है कि वो बेरोजगारों और युवाओं को निराश नहीं करेगी. नौकरी मिलने तक वो बेरोजगारों का 1500 रुपए महीने देगी. यही नहीं पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख नौकरी देने पर मुहर लगाएगी.
कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जेडीयू की अगुवाई वाली सरकार ने पिछले 15 साल से बिहार के लोगों को छला है, लेकिन जमीन पर बदलाव की लहर स्पष्ट तौर पर देखी जा सकती है.
बिहार बदलाव पत्र की खास बातें
कांग्रेस सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज और बिजली बिल माफ करेगी.
किसानों को फसल का सही मूल्य दिलाने के लिए काम करेगी.
पंजाब की तर्ज पर केंद्र के कानून को खारिज किया जाएगा.
किसान अगर ट्रैक्टर खरीदते हैं तो उसका रजिस्ट्रेशन मुफ्त किया जाएगा.
नौकरी मिलने तक बेरोजगारों को हर महीने 1500 रुपये देगी.
पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख नौकरी देने का फैसला लिया जाएगा.
विधवा महिलाओं को ₹1000 का पेंशन दिया जाएगा
अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में मेडल लाने वाले को सीधे नौकरी की जाएगी.