देहरादून| नए साल के पहले ही दिन एक बयान ने उत्तराखंड की सियासत में खलबली मचा दी है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और विधासभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने एक जनवरी को बड़ा सियासी बयान दे दिया.
इंदिरा ने दावा किया है कि 2021 में उत्तराखंड के भीतर 2016 जैसा ही सियासी भूचाल आएगा, लेकिन इस भूचाल की जद में इस बार कांग्रेस पार्टी नहीं बल्कि बीजेपी होगी.
इंदिरा का दावा है कि नए साल के पहले दिन उन्होंने बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और कुछ विधायकों से बात की है, जो कभी भी बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आने को तैयार हैं. इंदिरा ने दावा किया है कि राज्य में बीजेपी सरकार के खिलाफ माहौल है.
इसलिए 2022 में कांग्रेस का सत्ता में आना तय है. ऐसे में अगर इंदिरा की बातों पर यकीन करें तो क्या कांग्रेस भी अब बीजेपी को उसी के अंदाज में जवाब देने का मन बना लिया है, जिस अंदाज में बीजेपी ने कांग्रेस को मध्यप्रदेश में जवाब दिया था.
इंदिरा हृदयेश आने वाले दिनों में बीजेपी विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के दावे एक सप्ताह पहले भी कर चुकी हैं, लेकिन इंदिरा इन विधायकों के नाम का खुलासा करने के बच रही हैं. इंदिरा के मुताबिक नाम वक्त आने पर खुद ही सामने आ जाएंगे. फिलहाल बीजेपी के ये असंतुष्ट विधायक उनके संपर्क में हैं.
इंदिरा हृदयेश के बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पलटवार किया है. भगत ने कहा है कि कांग्रेस मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रही है. भगत ने इंदिरा को चुनौती दी है कि विधायक तो दूर बीजेपी का सबसे बूथ स्तर का कार्यकर्ता भी कांग्रेस नाम के डूबते जहाज में नहीं बैठना चाहेगा.
भगत ने दावा किया है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 57 विधायक विधानसभा पहुंचे थे. ये आंकड़ा 2022 में 60 पर पहुंच जाएगा.
भगत के मुताबिक बीजेपी का नारा साफ है अबकी बार 60 के पार. भगत ने कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश के दावों पर तंज कसते हुए कहा कि अच्छा है वो सत्ता में आने के सपने देख रही हैं, लेकिन इंदिरा का ये सपना भी बीजेपी विधायकों के दम पर ही है. जो बीजेपी छोड़ कहीं और जाने वाले नहीं हैं.
गौरतलब है कि 2016 में हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिनमें पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, यशपाल आर्य, रेखा आर्य, उमेश शर्मा काऊ जैसे नेता शामिल थे.
ऐसे में इंदिरा के बयान के मुताबिक 2021 में कोई सियासी भूचाल आए या न आए लेकिन राजनीतिक माहौल गर्म जरूर हो गया है.
इंदिरा के मुताबिक बीजेपी के जो विधायक कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं, उन्हें 2022 में बीजेपी से लड़कर अपनी हार का डर सता रहा है. इसलिए ये विधायक जल्द से जल्द बीजेपी के डूबते जहाज को छोड़ कांग्रेस का दामन थामना चाहते हैं. ताकि अपनी जीत सुनिश्चित की जा सके.
इंदिरा यहीं नहीं रुकी उनका दावा है कि हाईकमान का इशारा मिलते ही इन बीजेपी विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर लिया जाएगा.
साभार-न्यूज़ 18