भारत में फोन टैपिंग जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस ने संसद के बाद गुरुवार को सड़कों पर भी प्रदर्शन किया. नेताओं ने गुरुवार को देश के कई शहरों में पेगासस फोन जासूसी कांड पर अपना विरोध जताया.
इसी कड़ी में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी कांग्रेस नेताओं का गुस्सा देखा गया. इसके बाद कांग्रेस के नेता राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को एक ज्ञापन देने जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने राजभवन से कुछ दूर ही कांग्रेसियों को रोकने पर धक्का-मुक्की भी हुई.
जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट सहित कई नेताओं को पुलिस गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले आई.
पुलिस लाइन में ही सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता जमीन पर ही धरने पर बैठ गए. उसके बाद इन सभी नेताओं को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि हम सुप्रीम कोर्ट से जासूसी फोन टैपिंग के मामले की जांच चाहते हैं.
यहां हम आपको बता दें कि पिछले 3 दिनों से पेगासस फोन जासूसी मामले को लेकर संसद में विपक्ष लगातार हंगामा मचाए हुए हैं.