उत्‍तराखंड

बेचैन विपक्ष: उत्तराखंड में भाजपा के कुमाऊं और युवा दांव में ‘अटकी’ कांग्रेस नहीं बना पा रही नई टीम

0

उत्तराखंड में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता भी काफी दिनों से नए नेतृत्व की ‘ताजपोशी’ को लेकर दिल्ली के फैसले का इंतजार ही करते रहे इस बीच भाजपा हाईकमान ने उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को ‘कमान’ सौंप कर कांग्रेस की रणनीति ‘फेल’ कर दी.

‘राज्य कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं के सामने भाजपा आलाकमान ने युवा धामी को मुख्यमंत्री बना कर कांग्रेस की परेशानी और बढ़ा दी है’. इसके साथ भाजपा ने ‘मिशन 22’ के एजेंडे में राज्य के युवाओं को ‘आकर्षित’ करने के लिए सियासी दांव चल दिया है . दूसरी ओर कांग्रेस के नेता नेतृत्व परिवर्तन को लेकर दिल्ली की ‘दौड़’ लगाए हुए हैं. यही नहीं कई बड़े नेताओं ने तो 15 दिनों से आलाकमान के दरबार में ‘डेरा’ भी डाल रखा है.

लेकिन अभी तक कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड को लेकर कोई फैसला नहीं किया है. जिससे पार्टी और कार्यकर्ताओं में ‘मायूसी’ छाई हुई है. वहीं धामी को अभी मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाले पांच दिन ही हुए हैं लेकिन उन्होंने युवाओं के लिए ‘लोकलुभावन’ फैसले लागू करना शुरू कर दिया है . राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए सात महीने रह गया है, इसी को देखते हुए धामी हर रोज फटाफट योजनाओं को लागू करने में लगे हुए हैं.

इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली भी रवाना हो गए . अब बात को आगे बढ़ाते हैं . धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से नाराज सतपाल महाराज हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल कैबिनेट मंत्री बना कर पार्टी केंद्रीय नेतृत्व ने ‘नाराजगी’ भी दूर कर दी है. लेकिन राज्य में कांग्रेस नेताओं के आपसी ‘मनमुटाव’ के चलते एकजुट नहीं हो पा रही है. दूसरी ओर कमजोर माना जा रहा कुमाऊं मंडल को भी भाजपा साधने की कोशिश में है.

इसका कारण मुख्य कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत से पार्टी को मिलने वाली चुनौती बताया जा रहा है. यही कारण है कि ‘कुमाऊं से क्षत्रिय मुख्यमंत्री धामी और अब ब्राह्मण अजय भट्ट को केंद्र में राज्य मंत्री का जिम्मा दिया गया है’. उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में तकरीबन 80 लाख वोटर हैं, इसमें से 44 लाख के करीब युवा वोटर हैं, जिन पर भाजपा की नजर है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस भी अब राज्य में ‘बदलाव’ का मुड बना चुकी हैं.

हालांकि कांग्रेसी नेता कई दिनों से तैयारी में जुटे थे लेकिन ऐन मौके पर भाजपा ने उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाकर बड़ा ‘दांव’ खेला. भाजपा आलाकमान के इस दांव से कांग्रेस समेत विपक्षियों को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस दिल्ली में बैठकर बीजेपी के खिलाफ रणनीति बना रही थी, इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने कुमाऊं और युवाओं को अपने पाले में मिलाकर कांग्रेस की रणनीति पर पानी ‘फेर’ दिया.

अब माना जा रहा है कि कांग्रेस भी भाजपा को टक्कर देने के लिए राज्य में नए नेतृत्व को लेकर बदलाव कर सकती है. ‘भाजपा की तर्ज पर ही राज्य में कांग्रेस भी युवा चेहरों की टीम मैदान में उतार सकती हैै’. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ‘तालमेल’ न बैठ पाने के कारण दिल्ली केंद्रीय नेतृत्व के लिए एक बड़ा ‘सिरदर्द’ बना हुआ है. इसके लिए 15 दिनों से देहरादून से लेकर दिल्ली तक पार्टी के बीच लगातार मंथन चल रहा है लेकिन अभी तक बात नहीं बन पाई है.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version