पोलिटिकल सट्रेटेजिस्ट प्रशांत किशोर भले ही राहुल गांधी की आलोचना करें, बीजेपी के पक्ष में भविष्यवाणी करें लेकिन कांग्रेस प्रशांत किशोर के सम्मोहन से बाहर निकल नही पा रही है. ताजा उदाहरण पंजाब से आया है, जहां एक बार फिर प्रशांत किशोर की सेवा कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव में ले सकती है.
मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिधू और प्रभारी हरीश चौधरी की मौजूदगी में प्रशांत किशोर से विधानसभा चुनाव में सेवा लेने के प्रस्ताव पर पार्टी के नेताओं से विचार देने को कहा.
दरअसल हाल के दिनों में प्रशांत किशोर के कांग्रेस से जुड़ने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा है. पहले प्रशांत किशोर राहुल और प्रियंका गांधी से मिलते हैं. जिसके बाद उनके कभी कांग्रेस में शामिल होने, फिर उनके एक स्ट्रैटजिस्ट के रूप में जिम्मेदारी मिलने की खबर आई.
लेकिन जब सारा मामला अधर में लटक गया तो प्रशांत किशोर ने बीजेपी की तारीफ कर सबको चौंका दिया. प्रशांत किशोर ने हाल ही में कहा था बीजेपी को देश में 30 %वोट मिले हैं और पार्टी अगले तीन दशक तक कहीं नहीं जाने वाली है. प्रशांत के इस बयान के बाद कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर आलोचना की.
मंगलवार देर शाम कांग्रेस की एक हाइ लेवल बैठक हुई. जिसमें प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष के अलावा 7 मंत्री, 2 सांसद और 49 विधायक मौजूद थे. इस बैठक में 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हारे हुए 11 प्रत्याशी भी मौजूद थे. इसी बैठक में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रभारी हरीश चौधरी ने उन्हें कांग्रेस नेतृत्व का एक संदेश दिया है.
चन्नी ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें पार्टी नेताओं से विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की सेवा लेने को लेकर सलाह लेने को कहा है. प्रशांत किशोर हाल तक पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार के तौर पर काम कर रहे थे. उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला हुआ था. 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत में भी प्रशांत किशोर की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी.