जम्मू| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद आज जम्मू में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एकत्र हुए हैं, ये वो जी 23 नेता हैं जिन्होंने चिट्ठी लिखकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए थे.
जम्मू में जो नेता एक एकत्र हुए हैं उनमें वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, राजबब्बर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे नेता शामिल हैं. इस अवसर गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘मैं राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से रिटायर नहीं हुआ और मैं संसद से पहली बार रिटायर नहीं हुआ हूं.’
पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘सच बोलने का मौका है और आज सच ही बोलेंगे. सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिखाई दे रही है और इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं. हमें इकट्ठा होकर पार्टी को मजबूत करना है.
गांधी जी सच्चाई के रास्ते पर चलते थे, ये सरकार झूठ के रास्ते पर चल रही है. हमें इकट्ठा होकर इसे मजबूत करना है. हम नहीं चाहते थे कि गुलाम नबी आजाद साहब को संसद से आजादी मिले. पूछिए क्यों? क्यों मैं समझता हूं कि जबसे वह राजनीति में आए कोई ऐसा मंत्रालय नहीं रहा, जिसमें वह मंत्री नहीं रहे.
कोई ऐसा नेता नहीं है, जिसको वह जानते नहीं हैं. टेलिफोन पर जब किसी भी नेता को फोन करते थे, तो उनके यहां आकर बैठक करते थे. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इस अनुभव को कांग्रेस पार्टी इस्तेमाल क्यों नहीं कर पा रही है.’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, ‘हममें से कोई ऊपर से नहीं आया. खिड़की या रोशनदान से नहीं आया. सब दरवाजे से आए हैं, चलकर आए हैं. छात्र आंदोलन से आए हैं. युवक आंदोलन से आए हैं. यह अधिकार मैंने किसी को नहीं दिया कि मेरे जीवन में कोई बताए कि हम कांग्रेसी हैं कि नहीं है. यह हक किसी का नहीं है. हम बता सकते हैं कांग्रेस क्या है. हम बनाएंगे कांग्रेस को.’
राजब्बर बोले- जी 23 मतलब, गांधी 23
कांग्रेस नेता राज बब्बर बोले, ‘लोग कहते हैं कि ‘G23’, मैं गांधी 23 कहता हूं. महात्मा गांधी के विश्वास, संकल्प और सोच के साथ, इस देश का कानून और संविधान बना. इन्हें आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस मजबूती से खड़ी है. ‘G23′ चाहती है कि कांग्रेस मजबूत हो.’