उत्तराखंड कांग्रेस में इन दिनों उथल-पुथल का माहौल पूरे चरम पर है. पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. कांग्रेस के दिग्गज नेता ने ही अपनी पार्टी पर सवाल उठाए हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व सीएम और कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत की.
पार्टी के प्रति की हरीश की यह नाराजगी कोई आज की नहीं है बल्कि एक सप्ताह पहले जब उन्होंने अपनी उपेक्षा किए जाने पर सोशल मीडिया पर पीड़ा बयां की थी.
इसके बाद से ही उत्तराखंड कांग्रेस दो गुटों में बंटी नजर आ रही है. आइए आपको बताते हैं हरीश रावत की कांग्रेस के प्रति नाराजगी की वजह क्या है, और कहां सेे शुरू हुई.
अभी पिछले हफ्ते उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव जब दौरे पर आए थे तब उस दौरान सामूहिक नेतृत्व और सीएम पद के नेतृत्व को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर यह पोस्ट डालकर देवभूमि की राजनीति गरमा दी थी. उसके बाद पार्टी में पूर्व सीएम का यह विवाद धीरे-धीरे बढ़ता चला गया.
बता दें कि पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में बैनरों से पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के फोटो हटाने पर कांग्रेस पदाधिकारियों और रावत समर्थकों ने नाराजगी जताई थी.
कांग्रेस नेतृत्व एक ओर जहां अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है वहीं दूसरी ओर पार्टी दो गुटों में बंटती जा रही है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार