यूपी में सातवें चरण के चुनाव प्रचार का घमासान खत्म हो गया. प्रचार के आखिरी दिन सियासी पार्टियों ने खूब जमकर पसीना बहाया. सातवें चरण में राज्य के 9 जिलों की 54 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम छह बजे थम गया.
लेकिन इससे पहले सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल के 9 जिलें शामिल हैं. बता दें कि यूपी में अब तक 403 सीटों में से 349 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है.
प्रचार के अंतिम दौर में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को फिर से यूपी में मजबूत करने के लिए जनता के आगे झोली फैलाई तो प्रियंका गांधी ने जौनपुर में बदलाव की शुरुआत बताते हुए अहंकारियों को सबक सिखाने का आह्वान किया.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा को ढोंगी और धोखेबाज़ करार दिया. वाराणसी में पीएम मोदी ने कहा कि यूपी को स्टेबिलिटी और कंटीन्यूटी भी चाहिए. इस चुनाव में मेरी आखिरी जनसभा है. वाराणसी में पीएम मोदी की प्रतिष्ठा दांव पर है.
अंतिम चरण में पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में भी वोटिंग होनी है. प्रियंका गांधी ने जौनपुर रोड शो में कहा कि, सातवें चरण के प्रचार रुकेगा पर बदलाव का महाभियान अब शुरू हुआ है. इसे रोकने वाला कोई नहीं. जो बार बार आपको इमोशनल ब्लैकमेल करते हैं. उनको सबक सिखाना है.
वाराणसी और आजमगढ़ में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अखिलेश यादव ने जनता से खुद से उठकर ऐसे निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही. 7 मार्च की वोटिंग वो इतिहास बनेगा. उन्होंने कहा, जो लोग धर्म के नाम पर आपको बांट रहे हैं. उन्हें सबक सिखाने का वक्त आ गया है.
सातवें चरण में सियासत के कई धुरंधरों की किस्मत का भी फैसला होगा. योगी सरकार के सात मंत्रियों की साख इस चरण में दांव पर है. वहीं कैबिनेट मंत्री रहे दारा सिंह चौहान, अनिल राजभर रवींद्र जायसवाल, नीलकंठ तिवारी, गिरीश यादव, रमाशंकर सिंह पटेल, दुर्गा प्रसाद यादव, आलमबदी आजमी, शैलेंद्र यादव ललई, विजय मिश्रा, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, तूफानी सरोज, धनंजय सिंह, मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास पिता की मऊ सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं.