देहरादून| उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने का ऐसा असर है कि हाईकोर्ट ने नैनीताल और मसूरी घूमनेवालों के लिए कोरोना वायरस टेस्टिंग को अनिवार्य कर दिया है. उधर सीएम रावत ने हरिद्वार में आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की मॉनिटरिंग के लिए आईवीआरएस – इंटरएक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स सिस्टम के ट्रायल रन का शुभारंभ किया है.
आईवीआरएस सिस्टम के जरिए आइसोलेशन में रह रहे कोरोना वायरस पीड़ितों के बारे में सूचना लगातार मिल पाएगी और उनकी सहायता की जा सकेगी.
आईवीआरएस सिस्टम में लक्षण, जांच समेत अन्य समस्याओं के बारे में कोरोना वायरस संक्रमितों से सवाल पूछे जाएंगे और उनसे लगातार फीडबैक लिया जाएगा. संक्रमित जो भी उत्तर देंगे उसी हिसाब से नोडल अधिकारी उनको मेडिकल मदद उपलब्ध कराएंगे.
सीएम ने आइसोलेशन में रह रहे एक पीड़ित से कॉल पर बात की और उनका हालचाल लिया. सीएम ने कहा कि आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की मॉनिटरिंग बहुत जरूरी है. आईवीआरएस सिस्टम के जरिए फीडबैक लेने के दौरान पीड़ित को कम परेशानी हो, इसका ख्याल रखा जाएगा.
सीएम ने कोरोना वॉरियर्स को समर्पित वीडियो ‘कोटि कोटि नमन’ भी लॉन्च किया जिसे हरिद्वार प्रशासन ने तैयार किया है. सीएम ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स वायरस से लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं इसलिए यह सॉन्ग उनका हौसला और बढ़ाएगा.
इसके अलावा सीएम ने हरिद्वार के डीएम को निर्देश दिया कि यहां के मंदिरों में फूलों की बर्बादी को रोकने के लिए सिस्टम डेवलप किया जाय जिससे उन फूलों का दुबारा उपयोग हो सके. कहा कि उन फूलों से धूप और अगरबत्ती तैयार किए जा सकते हैं.