उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे संक्रमित मरीजों और लॉकडाउन की अफवाहों के बीच शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है.
सीएम रावत ने कहा कि हालात भले ही बिगड़ रहे हैं लेकिन राज्य में दोबारा लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को इस महामारी के प्रति सचेत रहना होगा.
मुख्यमंत्री रावत का बयान इसलिए महत्वपूर्ण है कि कई दिनों से उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने की अटकलें लगाई जा रही थी. हालांकि पिछले कुछ समय से राज्य में कोविड संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री रावत का कहना है कि अब सभी को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है.
उत्तराखंड में कोविड संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. पिछले दो दिन राज्य में एक-एक हजार से ज्यादा और शुक्रवार को 995 संक्रमित व्यक्ति सामने आए.
चिंताजनक बात यह है कि अब एक्टिव केस भी नौ हजार से ज्यादा हो चुके हैं. हालांकि इसका एक कारण टेस्टिंग ज्यादा होना भी है. अब जागरूकता जरूरी है. मास्क, सैनिटाइजर और सुरक्षित दूरी के नियमों का पालन करने से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
उत्तराखंड के भाजपा विधायकों ने लॉकडउन लगाने की मांग की थी
यहां हम आपको बता दें कि पिछले दिनों बढ़ते संक्रमित मरीजों को देखते हुए भय का माहौल व्याप्त है. उसी को लेकर कुछ भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाने की मांग की थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य केंद्र सरकार और आइसीएमआर द्वारा जारी एडवाजरी का ही अनुपालन करती है.
अगर विशेषज्ञ लॉकडाउन की राय देते हैं तो सरकार इस संबंध में विचार कर सकती है. हालांकि फिलहाल लॉकडाउन लागू करने की कोई जरूरत नहीं है. लॉकडाउन समाधान नहीं है. इसकी बजाय कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का पूरी गंभीरता से पालन किया जाना चाहिए.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार की तैयारियां पूरी हैं. निजी अस्पतालों को वेंटीलेटर उपलब्ध कराए गए हैं. उत्तराखंड के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, सावधानी बरतें.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार