उत्‍तराखंड

देहरादून: बदल गई मुख्यमंत्री सचिवालय में व्यवस्थाएं , आईएएस एवं पीसीएस अफसरों को डे-अफसर का सौंपा गया जिम्मा

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सीएम रावत

देहरादून| मुख्यमंत्री सचिवालय में व्यवस्थाएं अब पूरी तरह बदल दी गई हैं. यहां आईएएस एवं पीसीएस अफसरों को डे-अफसर का जिम्मा सौंपा गया है. अभी तक ओएसडी ही डे-अफसर का काम संभालते आ रहे थे. मुख्यमंत्री की सचिव राधिका झा की तरफ यह आदेश किए गए. अपर सचिव मुख्यमंत्री के पद पर तैनात अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है.

इनमें अपर सचिव नीरज खैरवाल सोमवार, ईवा आशीष श्रीवास्तव मंगलवार, विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते बुधवार, मेहरबान सिंह बिष्ट गुरुवार, प्रदीप रावत शुक्रवार, सुरेश चंद्र जोशी शनिवार-रविवार को डे-अफसर रहेंगे. डे-अफसर मुख्यमंत्री के शासकीय कार्यों और बैठक में सहयोग करेंगे. ओएसडी भी साथ रहकर पूर्व के अनुसार समन्वय बनाने का काम करेंगे.

अफसरों की जिम्मेदारी तय: सीएम सचिवालय के अफसरों की जिम्मेदारी तय की गई. एसीएस राधा रतूड़ी कैबिनेट, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा, राज्यसभा, केंद्रीय मंत्री, अन्य राज्यों के सीएम से समन्वय, अंतरराष्ट्रीय संवाद, सहयोग, राष्ट्रीय, अंतरराज्यीय विकास परिषद एवं नीति आयोग न्यायपालिका, सीएम कार्यालय के अहम नीतिगत कार्य, विधानसभा, गृह, वित्त, विधि, न्याय, संसदीय कार्य, विधायी से जुड़े प्रकरण देखेंगी.

सचिव अमित नेगी को भाजपा के घोषणा-पत्र के क्रियान्वयन के साथ राजभवन, सीएम की घोषणा, केंद्र की वाह्य सहायतित योजना, आवास, राजस्व, नियोजन, ऊर्जा, खनन, सिंचाई, पेयजल, सूचना और वन, सचिव राधिका झा को केंद्र से समन्वय, योजनाओं के अनुश्रवण, सीएम डैशबोर्ड, सीएम राहत कोष, स्वास्थ्य, राज्य संपत्ति, लोनिवि और कार्मिक सतर्कता का जिम्मा मिला.

अपर सचिव मेहरबान सिंह बिष्ट को सीएम को संबोधित महत्वपूर्ण, अति महत्वपूर्ण और गोपनीय डाकों के निस्तारण की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही उन्हें सभी मंत्री, सांसद, विधायकों, जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री को मिलने वाले पत्रों पर कार्यवाही एवं निगरानी की भी जिम्मेदारी दी गई.

दो दिन पहले ही सीएम के पास पहुंचेगा एजेंडा
सीएम की ओर से ली जाने वाली विभागीय-जिला बैठकों से दो दिन पूर्व एजेंडा, संक्षिप्त नोट सीएम के समक्ष रखा जाएगा. यह जिम्मेदारी अपर सचिव सुरेश चंद्र जोशी की होगी. गैरसैंण की योजनाओं में वन भूमि हस्तांतरण तेजी से होगा


विशेष सचिव एवं आईएफएफ डॉ. पराग मधुकर धकाते को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की परियोजनाओं के वन भूमि हस्तांतरण में तेजी लाने का जिम्मा दिया गया है.


डे अफसर के रूप में अफसरों पर मुख्यमंत्री के निर्देशों के साथ ही घोषणाओं के क्रियान्वयन एवं सम्बन्धित विभागों और अफसरों तक जानकारी पहुंचाने के साथ ही समन्वय बनाने का जिम्मा रहेगा.
राधिका झा, सचिव-सीएम

साभार-लाइव हिंदुस्तान

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