उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के चलते लोगों की सुरक्षा के लिये सरकार अथक प्रयास कर रही है, इस बार उत्तराखंड सरकार ने कोरोना से लोगों की सुरक्षा के लिये एक ऐसा माध्यम चुना है, जिसमें लोगों को सैम्पलों की जांच के लिये कोरोना टेस्टिंग लैब में नही जाना पड़ेगा.
दरअसल सीएम रावत ने सीएम आवास सचल संक्रमण परीक्षण एंव रिपोर्टिंग कोविड-19 की प्रयोगशाला का शुभारम्भ किया है. इस लैब के माध्यम से प्रतिदिन 200 कोरोना जाँच की जा सकती है.
सीएम ने बताया कि फिलहाल यह कोरोना एंटीजन टेस्ट वाहन लैब हरिद्वार के लिये ही सम्भव है. लेकिन जल्द इसे अन्य हर गांव और गलियों में के लिये भी शुरू किया जायेगा.
अब यह लैब हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर कोरोना सैम्पलों की जांच के साथ ही एंटीजन टेस्ट भी करेगी. आपको बता दें कि सरकार ने तेजी से बड़ रहे कोविड-19 के मामलों को देखते हुए इसके प्रभाव और दुष्परिणाम से लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है, यह पहल जल्द ही हर गांव व गलियों के लिये भी शुरू की जायेगी.
यह आईसीएमआर द्वारा भारत की एकमात्र मोबाईल/सचल मंजूर लैब है. इससे रैपिड एंटिजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर दोनों करवाये जायेंगे. इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष/विधायक वंशीधर भगत, विधायक हरवंश कपूर, सचिव स्वास्थ्यअमित नेगी, सीएओ हरिद्वार डॉ. शंभु कुमार झा आदि उपस्थित थे.