सीएम रावत ने केंद्रीय बजट 2021-22 पर बोलते हुए कहा है कि विपरीत परिस्थितियों में बहुत ही समावेशी बजट प्रस्तुत किया गया है. पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देते हुए सीएम ने कहा कि बजट में पीएम की मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई देती है.
मुख्यतः 6 स्तम्भों पर आधारित इस बजट में आधारभूत संरचना के विकास, रोजगार सृजन के साथ ही गांवों और किसानों का ख्याल रखा गया है. इस बजट को सभी देशवासियों की आकांक्षाओं का बजट कह सकते हैं.
सीएम ने कहा कि बजट से स्वस्थ और सुरक्षित भारत की परिकल्पना पूर्ण होगी. हेल्थ केयर में 137 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. यह बजट आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेगा. विभिन्न चरणों में आत्मनिर्भर भारत पैकेज कुल मिलाकर 27.1 लाख करोड़ रूपए रहा है जो कि जीडीपी का 13 प्रतिशत है.
वर्तमान बजट में इसे और आगे बढ़ाया गया है. पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना लांच की जाएगी जिसके तहत 6 सालों में 64180 करोड़ रूपए खर्च कर स्वास्थ्यगत ढांचे को और मजबूत किया जाएगा. इसी प्रकार पोषण अभियान को भी आगे बढ़ाने की बात कही गई है.
सीएम ने कहा कि शहरी क्षेत्रों के लिए भी जलजीवन मिशन लांच किया जाएगा. इसमें 2 लाख 87 हजार करोड़ रूपए से पांच वर्षों में 2 करोड़ 86 लाख घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा. शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 शुरू किया जाएगा जिसके तहत पांच वर्षों में 1 लाख 41 हजार 678 करोड़ रूपए का प्राविधान रखा गया है.
सीएम ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में भी अनेक प्राविधान किए गए हैं. रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड को 30 हजार करोड़ से बढ़ाकर 40 हजार करोड़ रूपए किया गया है. 1 हजार और मंडियों को ई-नाम से जोड़ा जाएगा.
माइक्रो इरिगेशन फंड को भी दोगुना किया जाएगा. स्वामित्व योजना को पूरे भारत में लागू करने की बात कही गई है. 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे. मेगा इन्वेस्टमेंट टेक्सटाईल पार्क से बड़ी मात्रा में रोजगार के अवसर सृजित होंगे. किफायती आवास योजना को भी एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया है.