तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बाहरी बताने में जुटी हुई है . ममता बनर्जी ने भाजपा पर यह आरोप लगाया कि वह राज्य की सांस्कृतिक विरासत और सौहार्द को बिगाड़ना चाहती है.
‘पिछले दिनों कोलकाता के बोलपुर पदयात्रा के दौरान दीदी ने कहा था कि भाजपा बाहरी लोगों को लाकर पश्चिम बंगाल को जीतने का सपना देख रही है’ . दीदी ने कहा कि भाजपा महात्मा गांधी और देश के अन्य महापुरुषों का सम्मान नहीं करती, वे ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की बात कर रही है .
इसके अलावा ममता ने कहा कि भाजपा के नेता बंगाल की सभ्यता को धूमिल करने में लगे हुए हैं . ममता का यह दांव भारी न पड़ जाए, भाजपा ने भी इसकी तैयारी कर ली है . बाहरी होने के आरोपों से निपटने के लिए भाजपा ने अपने संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की याद तृणमूल कांग्रेस को लगातार दिला रही है .
ममता के इस आरोप के बाद भाजपा ने सांस्कृतिक मोर्चे पर भी तृणमूल कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हुए राज्य के प्रमुख विचारक और प्रसिद्ध नेताओं के जन्मदिवस और शहादत दिवस पर कार्यक्रम बड़े आयोजन करने की रणनीति बनाई है.
यही नहीं भाजपा नेता बंगाल की हर विधानसभा क्षेत्र से एक प्रभावशाली व्यक्तियों को मिशन चलाकर भाजपा में शामिल कर कर रहे हैं, इससे भाजपा को यह फायदा होगा कि ममता बनर्जी के बाहरी दावे पर विराम लगेगा.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार