यूपी बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. दसवीं की परीक्षा को रद्द कर, छात्रों को कक्षा 11 में प्रमोट किया जाएगा. 12वीं की बोर्ड परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह में आयोजित की जा सकती है.
परीक्षा का समय घटाकर 1:30 घंटे कर दिया जाएगा. उन्हें 10 में से केवल 3 प्रश्न करने होंगे. ये जानकारी उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की ओर से जारी की गई है.
इससे पहले 12वीं की परीक्षाओं को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के हवाले से विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि परीक्षा के लिए पेपर प्रिंट हो चुके हैं और डिकोड कॉपियों के सेट बन चुके हैं.
यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के लिए कुल 8513 परीक्षा केंद्र बनाए हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जाएगा.
यूपी के डिप्टी सीएम की ओर से यह भी बताया गया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 90 प्रतिशत राज्यों ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने की मांग की है. अधिकतर राज्य 12वीं की परीक्षा आयोजित करना चाहते हैं. इसके पीछे का मूल कारण यह है कि हायर स्टडीज के लिए कक्षा 12वीं के अंक अहम माने जाते हैं. इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को परीक्षा की तारीखों के लिए आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं.
कोरोना के कारण पढ़ाई बाधित होने के चलते इस बार बोर्ड की 30 फीसदी पाठ्यक्रम को कम कर दिया है. कम किए गए पाठ्यक्रम के हिसाब से ही बोर्ड परीक्षा में प्रश्न पूछे जाएंगे. इसलिए बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों को केवल 70 फीसदी पाठ्यक्रम की तैयारी करनी है.
राज्य में दो बार बोर्ड परीक्षाओं स्थगित किया जा चुका है. एक बार राज्य में हुए पंचायत चुनाव के कारण और दूसरी बार कोरोना के कारण. ऐसे में अब 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए नया शेड्यूल जारी किया जाना है.