ताजा हलचल

…जब अचानक आईजीआई टर्मिनल-3 पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया

0
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) के टर्मिनल 3 पर यात्रियों की हो रही असुविधाओं एवं शिकायतों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अधिकारियों के साथ सोमवार को अचानक वहां पहुंच गए.

दरअसल, टर्मिनल-3 से उड़ान पकड़ने वाले यात्रियों ने सुरक्षा जांच में लंबी-लंबी कतारे लगने, बोर्डिंग में परेशानी और कुप्रबंधन की शिकायतें की हैं. लोगों ने टर्मिनल-3 पर फैली अव्यवस्था का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

टर्मिनल-3 पर यात्रियों को हो रही परेशानी एवं वहां अव्यवस्था के बारे में कई वीडियो एवं तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं. सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो एवं तस्वीरों की एक तरह की बाढ़ आ गई है.

यात्रियों का कहना है कि उन्हें एयरपोर्ट में दाखिल होने में काफी समय लग रहा है. कुछ लोगों ने कहा कि सुरक्षा जांच करने वाली कुछ मशीनें काम नहीं कर रही हैं और जो चल रही हैं वह भी बहुत धीमें काम कर रही हैं.

रिपोर्टों में अधिकारियों के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि हाल के दिनों में टर्मिनल -3 पर यात्रियों की संख्या बढ़ी है. यात्रियों की इस संख्या के अनुपात में चेक-इन एवं बोर्डिंग काउंटर की संख्या कम है. टर्मिनल पर कम जगह से भी परेशानी बढ़ी है. सुरक्षा जांच करने वाले स्टाफ की भी कमी है.

एयरपोर्ट पर ज्यादा भीड़भाड़ की एक बड़ी वजह यात्रियों की संख्या में हुए इजाफे को माना जा रहा है. कोरोना संकट की वजह से बीते दो साल में दिसंबर महीने में कम यात्रियों ने यात्रा की लेकिन हालात सामान्य होने के बाद यात्री बड़ी संख्या में यात्रा कर रहे हैं.

यात्रियों की इन शिकायतों पर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) का कहना है कि टी-3 पर यात्रियों की परेशानी एवं अव्यवस्था दूर करने के लिए वह काम कर रहा है. टर्मिनल पर अतिरिक्त सुविधाओं एवं कर्मियों को तैनात किया जा रहा है.

बता दें कि टी-3 से रोजाना 500 से ज्यादा घरेलू और 250 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन होता है. यहां प्रतिदिन करीब 1.9 से 1.95 लाख यात्री अपनी फ्लाइट पकड़ते हैं. डायल का कहना है कि टर्मिनल पर भीड़ कम करने के लिए उसने प्रतिघंटे उड़ानों की संख्या 22 से घटाकर 19 कर दी है.





NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version