चीन ने अब सरकारी प्रोपेगैंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स के जरिये धमकी दी है, चीन ने धमकी देते हुए कहा है कि भारत को एक बार फिर पीएलए की ताकत दिखानी होगी, ग्लोबल टाइम्स ने इसे लेकर एक संपादकीय लेख छापा है इस संपादकीय लेख का शीर्षक है- ‘भारतीय सेना का दुस्साहस भरा दांव पड़ेगा उल्टा’, इतना ही नहीं चीन ने भारत के मीडिया की रिपोर्टिंग पर भी सवाल उठाए,अखबार ने लिखा कि भारत का मीडिया वही दिखता है जो उसकी जनता को अच्छा लगता है और चीन की सेना हर तरह से भारत की सेना से बेहतर है.
ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सेना पर चीनी सैनिकों की तरफ वॉर्निंग शॉट फायर का बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कहा है कि क्या भारत समझौते को रद्द कर रहा है? इसके बाद अखबार ने धमकी भरे लहजे में लिखा है कि अगर ऐसा है तो फिर चीन और भारत को सीमा पर खून-खराबे के एक नए युग के लिए तैयार रहना चाहिए.
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, चीन-भारत सीमा पर पिछले 40 सालों में शांति कायम रही है, सैन्य टकराव के कुछ मामले सामने आते रहे हैं लेकिन कोई भी गंभीर संघर्ष में तब्दील नहीं हुआ क्योंकि दोनों पक्षों ने किसी भी विवाद की स्थिति में हथियारों के इस्तेमाल नहीं करने का समझौता किया है, हालांकि, जून महीने में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और कई जवान शहीद हुए लेकिन उस वक्त भी किसी भी तरफ से गोलियां नहीं चलीं.
चीन की सरकारी मशीनरी भी पूरी तरह से प्रोपेगैंडा फैलाने में लगी हुई है, ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में मंगलवार को कहा कि हम भारत के साथ जंग नहीं चाहते हैं लेकिन अगर भारत ने चीन की अच्छी मंशा का गलत मतलब निकाला और चेतावनी में गोलियां चलाईं तो हम युद्ध से पीछे नहीं हटेंगे.
ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के वेस्टर्न कमांड के प्रवक्ता के हवाले से लिखा है, भारतीय सेना ने सोमवार को पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर शेनपाओ पहाड़ी इलाके में एलएसी अवैध तरीके से पार किया और उसके बाद गश्त कर रहे चीनी सैनिकों के सामने हवा में फायरिंग की, चीनी सीमा पर गश्त कर रहे दल को इलाके में स्थिरता कायम करने के लिए मजबूरन काउंटर अटैक करना पड़ा.
वहीं इससे पहले पूर्वी लद्दाख में सोमवार को हुई ‘वॉर्निंग शाट्स’ की घटना पर भारतीय सेना ने चीन के झूठ की पोल खोल दी है. चीन ने भारतीय सैनिकों पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करने और फायरिंग करने का आरोप लगाया है. चीन के इस दावे को खारिज करते हुए भारत ने सीमा पर उकसावे की कार्रवाई के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया है.
भारतीय सेना ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन की तरफ से तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई हो रही है. इस नए विवाद के लिए सेना ने चीन के पश्चिमी थियेटर कमान को जिम्मेदार ठहराया है. यह कमान ही भारत सीमा पर तैनात है. सेना ने कहा है कि वेस्टर्न कमान की ओर से सोमवार रात जारी बयान से देश और दुनिया के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई है.
सेना की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया, ‘एलएसी पर तनाव एवं गतिरोध कम करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है लेकिन चीन की तरफ से सीमा पर तनाव बढ़ाने के लिए उकसावे की कार्रवाई की जा रही है. भारतीय सेना ने किसी स्तर पर भी एलएसी को पार नहीं किया और न ही फायरिंग सहित किसी तरह का आक्रामक रवैया दिखाया.’ बयान में आगे कहा गया, ‘वास्तव में यह पीएलए है जो करारों का लगातार उल्लंघन और आक्रामक तेवर दिखा रही है. उसकी तरफ से यह सब कुछ ऐसे समय हो रहा है जब सीमा पर तनाव कम करने के लिए सैन्य, कूटनीतिक एवं राजनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है.’
#India‘s firing of shots at #border is an attempt to push for talks with China on border issues with force, but in the end, it could be lifting rocks only to drop them on its own feet: experts https://t.co/BtkOYH90Y2
— Global Times (@globaltimesnews) September 8, 2020