भारतीय रेल करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए चार धाम की यात्रा और भी आसान बनाने जा रही है. उत्तराखंड की पवित्र वादियों में स्थित गंगोत्री , यमुनोत्री , बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु आने वाले समय में रेल मार्ग से पहुंच सकेंगे. यह रेल लाइन देहरादून, पौड़ी, टेहरी गढ़वाल, चमौली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी से होती हुई गुजरेगी.
हिन्दू धर्म में चारधाम यात्रा का विशेष महत्व है. इन पवित्र धामों तक श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए मोदी सरकार चारधाम प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत चारधाम को रेल मार्ग से जोड़ने का काम किया जाएगा. भारतीय रेल चार धाम को रेलमार्ग से कनेक्ट करने के लिए इन दुर्गम क्षेत्रों में चार रेल लाइन बिछाएगी जिसकी कुल लंबाई 327 किलोमीटर होगी.
रेलवे लाइन गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ेगी. वहीं, बद्रीनाथ और केदारनाथ जल्द ही रेलवे नेटवर्क से जुड़ेंगे. परियोजना पर 43 हजार करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. इसके तहत 21 नए स्टेशन, 61 सुरंग, 59 पुल बनाए जाने प्रस्तावित हैं. रेल लाइन का 279 किमी हिस्सा सुरंगों में होगा.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित माध्यम मुहैया करना है जिससे ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु इस पावन यात्रा का आनंद लेकर भक्ति के रस में डूब जाएं.
भारतीय रेल,करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए चार धाम की यात्रा और भी आसान बनाने जा रही है।
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 23, 2020
उत्तराखंड की पवित्र वादियों में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु आने वाले समय में रेल मार्ग से पहुंच सकेंगे। pic.twitter.com/LMzKNbv2Wg