चमोली| हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल बद्रीनाथ धाम में ईद के मौके पर मुस्लिम श्रमिकों द्वारा नमाज अदा किए जाने के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है. विभिन्न हिंदू संगठनों ने इसे लेकर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की है और कार्रवाई की मांग की है. तूल पकड़ने के बाद चमोली पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं साथ ही ट्वीट कर सफाई भी दी है.
चमोली पुलिस ने सफाई देते हुए कहा, ‘कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर श्री बद्रीनाथ धाम में मुस्लिमों के नमाज पढ़ने का संदेश भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है जो पूर्ण रूप से तथ्यहीन है.
सत्यता ये है कि बद्रीनाथ धाम में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें कार्य कर रहे मुस्लिम मजदूरों द्वारा ईद के मौके पर बंद कमरे में लाउड स्पीकर का प्रयोग किए बिना मौलवी की मौजूदगी में तथा कोरोना गाइडलाइन व नियमों का पालन करते हुए नमाज पढ़ी गई.’
अपनी सफाई में पुलिस ने आगे कहा, ‘तथाकथित इन आरोपों की जांच हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया है. यदि उनके द्वारा नियमों का उल्लंघन करना पाया जाता है तो उनके विरूद्ध डीएम एक्ट में कार्यवाही की जाएगी. आम जनमानस से अपील है कि कृपया बिना सत्यता को जाने इस प्रकार के भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित कर सांप्रदायिक भेदभाव की भावना को बढ़ावा ना दें.’
इससे पहले सोशल मीडिया पर एक अफवाह फैल गई थी कि बद्रीनाथ धाम में मुस्लिमों द्वारा नमाज अदा की गई जिसके बाद हंगामा मच गया था.राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद पुलिस अधीक्षक को सामने आना पड़ा और उन्होंने कहा कि यहां केवल बंद कमरे के अंदर नमाज पढ़ी गई. उन्होंने लोगों से किसी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देने को कहा है.