दिन, महीने-साल गुजरते जाएंगे. समय किसी का इंतजार नहीं करता, हमेशा आगे बढ़ता रहता है. इसलिए समय को ‘बलवान’ कहा जाता है. यहां हम आपको बता दें कि आज से वैशाख माह प्रारंभ हो चुका है. मंगलवार को चैत्र माह का समापन हो गया. यह वैशाख मास धार्मिक दृष्टि से भी यह मास बहुत ही महत्त्वपूर्ण माना जाता है. बता दें कि हिंदू नव वर्ष के मुताबिक यह माह साल का दूसरा महीना होता है.
लोक मंगल के कार्य इस मास में प्रारंभ हो जाते हैै. पंचांग के अनुसार, वैशाख मास, 28 अप्रैल 2021 से शुरू होकर 26 मई तक चलेगा. विशाखा नक्षत्र से संबंध होने के कारण इसको वैशाख कहा जाता हैै. इस महीने में धन प्राप्ति और पुण्य प्राप्ति के विशेष अवसर प्राप्त होते हैंं. ऐसी मान्यता है कि साल में एक बार श्री बांके बिहारी के चरण दर्शन इसी माह में होता है.
इस महीने में गंगा स्नान या सरोवर स्नान बहुत ही वैशाख मास भगवान विष्णु का सबसे प्रिय मास है. इसके महत्त्व के बारे में बताते हुए नारद जी कहते हैं कि सभी महीनों में कार्तिक, माघ और वैशाख का महीना उत्तम होता है. इस महीने में वैशाख स्नान या वैशाख स्नान किए जाते हैं. मान्यता है कि इस माह में पूर्व जन्मों के पापों को दूर करने और भक्त को इसके बुरे परिणामों से मुक्ति करने की पवित्रता है.
मुख्य रूप से इस महीने में भगवान विष्णु, परशुराम और देवी की उपासना की जाती है. बता दें कि इस वैशाख महीने में कई त्योहार पड़ते हैं. जो इस प्रकार है. 7 मई, वरुथिनी एकादशी, 8 मई, प्रदोष व्रत, 11 मई, सतुवाई अमावस्या, भौमावस्या, 14 मई, अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती, 18 मई, गंगा सप्तमी, 19 मई, चित्रगुप्त प्राकट्योत्सव, 20 मई, जानकी जयंती, 22 मई, मोहिनी एकादशी, 25 मई, नवतपा शुरू, 26 मई वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध जयंती मनाई जाएगी.