बजट पेश करने के लिए केंद्र सरकार का वित्त मंत्रालय के साथ कई दिनों पहले अपनी तैयारी भी शुरू कर देता है. बजट को लेकर केंद्र सरकार और वित्त मंत्री को तमाम प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
बजट को लेकर केंद्र सरकार है हमेशा विपक्ष के निशाने पर रही हैं. बजट विपक्ष को कभी रास नहीं आया, विरोधी पार्टियां कमियां निकालती रहीं हैं. इसके अलावा वित्त मंत्री को देश की जनता को भी साधने की चुनौती भी होती है. क्योंकि बजट को लेकर आम और खास अपनी-अपनी उम्मीदें लगाए हुए होते हैं.
बता दें कि इस बार बजट पेश करने की चुनौती जितनी केंद्र की भाजपा सरकार को है उससे अधिक उम्मीद देशवासी लगाए हुए हैं क्योंकि ये बजट कोरोना काल से उभरते भारत का बजट होगा.
आर्थिक सर्वेक्षण में कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ से प्रभावित अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021-22 में तेजी से पुनरुद्धार की उम्मीद जताई गई है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार