सितारगंज स्थित सिडकुल में प्रस्तावित प्लास्टिक पार्क को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इसके बाद उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) ने पार्क को विकसित करने की कवायद शुरू कर दी है।
पार्क विकसित होने के बाद प्लास्टिक सामान बनाने वाले उद्योगों को स्थापित किया जाएगा। ज्ञात हो कि प्लास्टिक पार्क की कवायद को लेकर
रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की ओर से देश में दस प्लास्टिक पार्क बनाए जाने हैं। प्लास्टिक पार्क को उत्तराखंड में लाने के लिए सरकार के साथ ही सिडकुल के अधिकारियों ने पुरजोर कोशिश की थी।
इसके लिए सिडकुल सितारगंज में 40 एकड़ जमीन को चिह्नित किया गया था। सिडकुल ने प्लास्टिक पार्क की रूपरेखा तैयार करने के साथ ही डीपीआर को मंजूरी के लिए मंत्रालय को भेजा था।
मंत्रालय की ओर से डीपीआर को मंजूरी मिल गई है। अब सिडकुल की ओर से पार्क को विकसित करने के लिए योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत पार्क में औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही सड़क, पार्किंग, ट्रीटमेंट प्लांट सहित अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
पार्क विकसित होने के बाद वहां आटोमोबाइल, टेली कम्युनिकेशन, घरेलू उपयोग में आने वाले सामान का निर्माण करने वाले उद्योगों को स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा पार्क में उद्योगों को डिजाइन और टेस्टिंग में मदद के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का सेटअप भी लगाया जाएगा।
प्लास्टिक पार्क को लेकर सिडकुल की ओर से भेजी गई 67 करोड़ रुपये की डीपीआर को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है और इसका पत्र आ चुका है।
पार्क विकसित करने में आधा निवेश केंद्र और आधा निवेश राज्य सरकार करेगा। पार्क विकसित करने के लिए कार्यदायी संस्था का चयन का मामला इसी महीने होने वाली सिडकुल की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।