नई दिल्ली| केंद्रीय जांच ब्यूरो ने हाथरस कथित गैंगरेप मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. कथित सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदगी की जंग हारने वाली दलित युवती के परिवार की सुरक्षा में पुलिस ने उनके घर के बाहर और अंदर आठ सीसीटीवी कैमरे और एक मेटल डिटेक्टर लगाया है.
इसके अलावा पीड़ित परिवार के घर के पास दमकल की एक गाड़ी तथा खुफिया विभाग के कर्मचारी भी तैनात कर दिये गये हैं. घर के आसपास के इलाके को पूरी तरह से छावनी में बदल दिया गया है.
अभी तक हाथरस कांड की जांच एसआईटी कर रही थी. हाल ही में इस जांच को पूरा करने के लिए यूपी सरकार ने 10 दिनों का और वक्त दे दिया था, ताकि सच सामने आ सके.
माना जा रहा था कि इस मामले में लगातार बढ़ते पेच की वजह से सरकार ने ये फैसला लिया, लेकिन अब ये मामला सीबीआई के पास पहुंच गया है.
3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस केस की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए थे. योगी सरकार के इस आदेश के बाद गैंगरेप पीड़िता की भाभी ने कहा था कि हम सीबीआई जांच नहीं चाहते हैं. केस की न्यायिक जांच होनी चाहिए. हम जज की निगरानी में जांच चाहते हैं.