नई दिल्ली| सोमवार को दिल्ली पुलिस ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते कई महीनों से बंद राजमार्ग-24 पर दिल्ली से गाजियाबाद की तरफ जाने वाली सड़क को खोल दिया गया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि गाजीपुर बॉर्डर पर कानून-व्यवस्था की स्थिति एवं आम लोगों की सुविधा को देखते हुए मार्ग खोला गया है.
पुलिस का कहना है कि गाजियाबाद जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सलाह-मशविर करने के बाद यह फैसला लिया गया. बता दें कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली से गाजियाबाद की ओर जाने वाला एनएच-24 का मार्ग अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कई महीनों से गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं.
गत 28 जनवरी को एनएच-24 मार्ग को खोला गया था लेकिन उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को देखते हुए इस रास्ते पर वाहनों के आवागमन पर एक फरवरी को एक बार फिर प्रतिबंध लगा दिया गया.
गत 28 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने कहा था दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाले एनएच 24 को खोल दिया गया है. किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली निकाली थी. इस दिन आईटीओ, लाल किला सहित कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन किए.
इस प्रदर्शन में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हुए. गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान धरने पर बैठे हैं. किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े हैं.
इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को आंदोलनरत किसानों से दिल्ली की सीमाओं पर स्थायी ढांचे नहीं बनाने की रविवार को अपील की.
प्रदर्शनकारी किसान पिछले वर्ष नवंबर से ही वहां डेरा डाले हुए हैं. हरियाणा के सोनीपत जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर, जो दिल्ली की सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल के निकट है, वहां पक्की दीवार खड़ी करने तथा बोरवेल की खुदाई करने को लेकर हरियाणा पुलिस ने किसानों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं. इसके बाद, एसकेएम का यह बयान आया.