सोमवार (20 सितम्बर) को पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का शपथग्रहण समारोह संपन्न हो गया है. वह पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बने हैं. चन्नी को सीएम बनाने पर बसपा सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया आई है.
मायावती ने इसे कांग्रेस का चुनावी हथकंडा बताया है. मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस का चुनावी हथकंडा है. कांग्रेस को दलितों पर भरोसा नहीं है. दलित वर्ग को कांग्रेस से सावधान रहना चाहिए.
मायावती ने चन्नी को बधाई देते हुए कहा, ‘चरणजीत सिंह चन्नी को कुछ वक्त के लिए पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाना कांग्रेस का चुनावी हथकंडा है. आगामी पंजाब चुनाव इनके नेतृत्व में नहीं बल्कि गैर दलित के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. इससे साफ होता है कि कांग्रेस का दलितों पर अब तक भरोसा नहीं हुआ है.
आखिर चरणजीत सिंह चन्नी को कम समय के लिए मुख्यमंत्री क्यों बनाया? कांग्रेस को सिर्फ चुनाव के वक्त ही दलित याद आते हैं. अगर पंडित नेहरू के पास बाबा साहब आंबेडकर से बेहतर कोई विकल्प नहीं होता तो वह बाबा साहब को संविधान बनाने वाली समिति में शामिल ही नहीं करते.’
इतना ही नहीं मायावती ने कहा कि मायावती ने कहा बीजेपी का ओबीसी प्रेम भी दिखावा है. उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में अभी भी पद खाली हैं तथा जातीय जनगणना की मांग स्वीकार नहीं हुई. मायावती ने कहा, ‘जबकि इस मामले में सच्चाई यह है कि भाजपा सहित अन्य जातिवादी पार्टियां भी ओबीसी जनगणना कराने में घबरा रही हैं. इनकी काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ने वाली है.
मुझे पूरा भरोसा है कि दलित वर्ग के साथ-साथ जो अति पिछड़े वर्ग के लोग ना कांग्रेस के बहकावे में आने वाले हैं, ना बीजेपी और ना ही किसी अन्य के बहकावे में आने वाले हैं. क्योंकि इन्हें ये बात अच्छी तरह पता है कि इन्हें जो कुछ मिला है वो परमपूज्य डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रयासों से मिला है.’