कर्नाटक में पिछले कई महीनों से नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठ रही है. इन सबके बीच राज्य के मुख्यमंत्री बी एस येडियुरप्पा ने जिस तरह से पिछले हफ्ते पीएम मोदी सहित बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है, उससे उनकी विदाई तय मानी जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक में कभी भी सीएम येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगा जा सकता है. कर्नाटक में मचे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने ट्वीट के जरिए सहयोगियों से विरोध प्रदर्शन और अनुशासनहीनता में न शामिल होने की अपील की है. इस ट्वीट के जरिए येदियुरप्पा ने केंद्र सरकार को एक संदेश देने की भी कोशिश की है.
येदियुरप्पा ने ट्वीट करते हुए कहा, मुझे गर्व है कि मैं बीजेपी का वफादार कार्यकर्ता हूं. मेरे लिए ये सम्मान की बात है कि मैंने पार्टी के आदर्शों का पालन करते हुए बीजेपी की सेवा की है. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि पार्टी के संस्कारों के अनुरूप आचरण करें और ऐसा कोई प्रदर्शन या अनुशासनहीनता न करें जिससे पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़े.
बता दें कि नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा के बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येडियुरप्पा द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों को दिए जाने वाले रात्रिभोज को स्थगित कर दिया गया है. येडियुरप्पा सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर 25 जुलाई को विधायकों को रात्रिभोज देने वाले थे.
आधिकारिक सूत्रों ने इस कार्यक्रम के स्थगन के कारणों का खुलासा किए बिना कहा, रात्रिभोज की निर्धारित बैठक स्थगित कर दी गई है और नई तारीख अभी तय नहीं की गई है. रात्रिभोज रविवार शाम करीब सात बजे शहर के एक होटल में होना था.
आगामी 26 जुलाई को सरकार में अपने दो साल पूरे कर रहे येडियुरप्पा ने पिछले हफ्ते दिल्ली का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी.
यात्रा से कुछ वर्गों में सवाल उठाया गया कि क्या पार्टी अब नेतृत्व परिवर्तन की योजना पर काम कर रही है. राष्ट्रीय राजधानी से लौटने पर, येडियुरप्पा ने हालांकि इन खबरों को खारिज कर दिया था और कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा है.