ओलिंपिक पदक विजेता और हरियाणा के बॉक्सर विजेंदर सिंह भी अब किसानों के आंदोलन में कूद पड़े हैं. दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का आज 11वां दिन है.
विजेंदर सिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस कानून को वापस नहीं लिया जाता है तो फिर वो अपना राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड वापस कर देंगे. विजेंदर सिंह हरियाणा दिल्ली के बॉर्डर पर पहुंचे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में वो कांग्रेस की टिकट में चुनाव भी लड़ चुके हैं. बता दें कि अब तक किसानों की सरकार से बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है.
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने किसानों के मंच से कहा, ‘अगर सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है तो फिर मैं राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड वापस कर दूंगा.’
विजेंदर को साल 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा गया था. उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था. वे इन खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज थे. बीजिंग ओलिंपिक्स में पदक जीतने वाले वे दूसरे भारतीय एथलीट थे.
ओलिंपिक कांस्य पदक के साथ ही विजेंदर ने 2009 वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था. उन्होंने 2006 और 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे. जून 2015 में वो प्रोफेशनल बन गए और इस वजह से 2016 ओलिंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले पाए.
अब तक सरकार और किसानों की बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है. इस बीच कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने विपक्ष पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘एमएसपी आगे जारी रहेगी, किसानों को किसी के झांसे में आने की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी जो कहते हैं वो होता है. एमएसपी के बारे में लिख कर भी दे सकते हैं.’