संसद पर हुए हमले की बरसी के दिन सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. इस मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि शून्यकाल के दौरान हुई घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है. इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं.
उन्होंने कहा, ”प्राथमिक जांच के अनुसार यह सिर्फ साधारण धुआं था. इस कारण यह धुआं चिंता का विषय नहीं है. इसकी शुरुआती जांच सही से कर ली गई है. हमले करने वालों को पकड़कर उनसे सारी सामग्री जब्त कर ली गई है.”
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और स्प्रे से धुआं फैला दिया. इसके बाद कार्यवाही अचानक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. मामले में दोनों को पकड़ लिया गया. इनके नाम सागर और मनोरंजन है.
वहीं इसके अलावा पीले रंग का धुआं छोड़ने वाली केन लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को भी पकड़ा गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इनकी पहचान नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी समेत विपक्षी सांसदों ने सुरक्षा में चूक को लेकर सवाल उठाए हैं. वहीं सांसद दानिश अली ने भी कहा कि सुरक्षा में चूक का गंभीर मामला है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन ने कहा, ‘‘हमें संसद की सुरक्षा में भारी गंभीर खामी नजर आ रही है. इस तरह से तो कोई जूते में बम भी रखकर आ सकता है.’’