मुबई| शिव सेना नेता संजय राउत और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए हैं. दोनों के बीच शीत-युद्ध जारी है. पहले कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से कर दी. जवाब देते हुए कहा कि वो महाराष्ट्र सरकार से आग्रह करते हैं कि मुंबई पुलिस को बदनाम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. साथ ही उन्होंने कंगना को मुंबई आने को भी कहा. चुनौती को स्वीकार करते हुए पहले कंगना ने ऐलान किया कि वो मुंबई बस कुछ दिनों में जाएंगी अब उन्होंने खुलकर कहा है कि वो भी मराठा हैं.
कंगना ने एक ट्वीट करते हुए कहा, “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है. और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “इनकी औक़ात नहीं है, इंडस्ट्री के सौ सालों में एक भी फ़िल्म मराठा प्राइड पे बनाई हो, मैंने इस्लाम डॉमिनेट इंडस्ट्री में अपनी जान और करियर को दांव पर लगाया, शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पर फ़िल्म बनाई, आज महाराष्ट्र के इन ठेकेदारों से पूछो किया क्या है महाराष्ट्र के लिए?”
इससे पहले मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार से आग्रह किया कि नगर पुलिस को बदनाम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. राउत ने कंगना को पीओके की स्थिति देखने के लिए सबसे पहले वहां का दौरा करने के लिए कहा. कंगना ने हाल ही में एक ट्वीट में सवाल किया था, “मुंबई, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है?” उन्होंने एक सितंबर की एक समाचार रिपोर्ट को भी टैग किया था जिसमें संजय राउत ने कथित तौर पर कहा था कि अगर वह मुंबई की पुलिस से डरती हैं तो उन्हें वापस मुंबई नहीं आना चाहिए.
राउत ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि मुंबई पुलिस ने अपने जीवन का बलिदान कर शहर को सभी बाधाओं से बचाया है. राउत ने कहा, ‘‘106 शहीदों के बलिदान के कारण मुंबई महाराष्ट्र का हिस्सा है. अगर वे लोग, जिनका शहर से कोई लेना-देना नहीं है, इसे और इसकी पुलिस को बदनाम करते हैं, तो राज्य सरकार और पुलिस बल के प्रभारी गृह मंत्री को कार्रवाई करनी चाहिए. अन्यथा पुलिस का मनोबल टूटेगा.’’
उन्होंने दावा किया कि मुंबई पुलिस की छवि खराब करने के पीछे एक साजिश है. राउत ने कहा, ‘‘मैं नाम नहीं लूंगा. लेकिन मैं खोखली धमकियां नहीं देता. मुझे कार्रवाई में विश्वास है क्योंकि मैं शिव सैनिक हूं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग और गृह विभाग को ऐसे मानसिक मामलों से निपटना चाहिए जो बढ़ रहे हैं. कानून के अनुसार कार्रवाई करें.”
उन्होंने कहा, “यह झांसी की असली रानी का अपमान है जो महाराष्ट्र की बहादुर बेटी थीं.” उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद को निचले स्तर पर ले जाया गया है. इस बीच रनौत ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने नौ सितंबर को मुंबई की यात्रा करने का फैसला किया है. वह अभी मनाली में हैं.
उधर, भाजपा नेता आशीष शेलार ने रनौत की टिप्पणी से अपनी पार्टी को अलग कर लिया. उन्होंने कहा, “कंगना को मुंबई, मुंबईकरों और महाराष्ट्र को पढ़ाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. संजय राउत को कंगना रनौत के जरिए हम पर हमला नहीं करना चाहिए. भाजपा का कंगना से कोई लेना-देना नहीं है. हमें उनके बयानों से मत जोड़िए.’’